पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप
प्रयागराज (राजेश सिंह)। ब्लॉक मुख्यालय में उस समय हड़कंप मच गया जब एक ग्राम पंचायत अधिकारी के जहरीले पदार्थ खाने से उसकी हालत बिगड़ गई। सचिन की जान बचाने के लिए आनन-फानन उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था, तभी उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
प्रयागराज जनपद के धूमनगंज स्थित राजरूपपुर के रहने वाले उमेश चंद्र गुप्ता श्रृंगवेरपुर ब्लॉक में ग्राम पंचायत अधिकारी के रूप में तैनात थे। वर्तमान समय में उन्हें सराय राह कोरारी, नसीरपुर दरगाह, कोरारी, मारूफपुर और पिपरौंध पांच ग्राम सभाओं की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
बताया जा रहा है कि उमेश चंद्र गुप्ता भगवतीपुर गांव में शर्मा मार्केट में कमरा किराए पर ले रखा था। जहां सोमवार को सामान्य दिनों की तरह पहुंचे। दोपहर बाद अचानक उनकी हालत बिगड़ गई। घबराकर वह बाहर निकले और मकान मालिक के पुत्र विजय कुमार को बताया कि उसने सल्फास खा लिया है। सुनते ही वह सन्न रह गया। यह सुनकर विजय कुमार फौरन इलाज के लिए उसे निजी अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने इलाज करने से मना कर दिया।
इसके बाद सीएचसी कौड़िहार ले जाया गया। इसी बीच विजय कुमार ने खंड विकास अधिकारी श्रृंगवेरपुर धाम लीलाधर शुक्ला एवं स्वजनों को घटना की जानकारी दी। खंड विकासखंड अधिकारी एवं ब्लॉक में तैनात अन्य सचिव मौके पर पहुंचकर इलाज के लिए ले लिए उसे ले जा रहे थे, तभी उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल, आत्महत्या के कारणों का स्पष्ट खुलासा नहीं हो सका है। लेकिन स्वजन व साथियों का कहना है कि वह पिछले कुछ दिनों से मानसिक रूप से परेशान था। उमेश चंद्र गुप्ता की मौत से ब्लॉक कार्यालय के कर्मचारियों में शोक की लहर दौड़ गई है। सहकर्मियों के अनुसार, वह मिलनसार और जिम्मेदार कर्मचारी था।