मेजा, प्रयागराज (विमल पाण्डेय)। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जयंती पर रामनगर में उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धाजंलि अर्पित किया। इस अवसर पर गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए वरिष्ठ भाजपा युवा नेता दिनेश तिवारी ने कहा- पंडित जी का जीवन राष्ट्रसेवा और समर्पण का विराट प्रतीक है, जब भी मानवता कल्याण की बात होगी तब तब पंडित जी के एकात्म मानववाद दर्शन का सिद्धांत सम्पूर्ण मानवजाति को सदैव ध्रुव तारे की तरह मार्गदर्शित करेगा। श्री तिवारी ने बताया कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जन्म 25 सितंबर 1916 को हुआ था। वे पूर्वाेत्तर राज्यों की यात्रा के दौरान स्थानीय जंक्शन पर रुकते थे और वहां के लोगों से संवाद करते थे। उनके साथी गुरुबख्श कपाही ने बताया कि दीनदयाल जी हमेशा गरीबों के उत्थान के लिए चिंतित रहते थे। उन्होंने अंत्योदय के सपने को साकार करने के लिए निरंतर प्रयास किए। चूंकि उनका जीवन गरीबी में बीता, इसलिए वे गरीबों की पीड़ा को भलीभांति समझते थे। 11 फरवरी 1968 को उनका पार्थिव शरीर स्थानीय जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या एक पर मिला था। तब से, इस जंक्शन को उनका अंतिम पड़ाव माना जाता है। रेलवे ने उस स्थान को संरक्षित किया है जहां उनका शव मिला था। पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष संजय केशरी ने कहा-पंडित जी ने कहा था कि भोजन से लेकर विचारों तक की आत्मनिर्भरता ही राष्ट्र को विश्व मे स्थान दिला सकती है। इस अवसर पर वरिष्ठ भाजपा नेता उमाशंकर तिवारी उर्फ गांधी, कुलदीप मिश्र, भगवान दास प्रजापति, बृजेश मिश्र, पवन सिंह, अरविंद सूर्या, कृपा कांत मिश्र, अजय शुक्ल, प्रेम शंकर पुष्पाकर, अजय राज, जय कुमार, लालमणि सिंह, राममिलन गुप्ता, लल्ला सिंह, अम्बुज शुक्ल, पवन कुमार सिंह व सुरेश पटेल सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
