प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज में साइबर ठगों ने सेवानिवृत्त बैंककर्मी राकेश सिन्हा को पत्नी समेत फोन पर झांसा देकर डिजिटल अरेस्ट कर लिया। लगातार तीन दिन तक वीडियो कॉल पर रखकर ठगों ने दोनों से 12.20 लाख ठगे लिए।
पीड़ित ने पुलिस को बताया, 14 नवम्बर की शाम उनके पास अज्ञात नंबर से फोन आया। कॉल करने वाले ने स्वयं को ट्राई का प्रतिनिधि बताया और कहा कि उनके आधार से कई नम्बर जुड़े हैं जिनसे आपत्तिजनक संदेश भेजे जा रहे हैं। इसके बाद कॉल को कथित मुंबई पुलिस मुख्यालय से जोड़ दिया गया। एक व्यक्ति ने खुद को कोलाबा थाने का उप निरीक्षक विजय खन्ना, जबकि दूसरे ने अपर पुलिस आयुक्त नायक बताया।
अरेस्ट वारंट और मनी लांड्रिंग केस का डर दिखाया
ठगों ने दोनों को बताया कि उनके विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट तैयार है और उनका नाम मनी लांड्रिंग मामले में आया है। वरिष्ठ नागरिक बताते हुए उन्हें घर से बाहर न निकलने और “जांच” में सहयोग करने का दबाव बनाया गया। इस तरह उन्हें मानसिक दबाव में रखकर पूरी तरह डिजिटल अरेस्ट कर दिया गया।
फर्जी अदालत आदेश भेजकर एफडी तोड़वाई
16 नवम्बर को ठगों ने उनके मोबाइल पर उच्चतम न्यायालय के नाम से फर्जी आदेश भेजा। 17 नवंबर को उसी आदेश का हवाला देकर दोनों की सभी एफडी तोड़वायी और फिर 12.20 लाख रुपये महाराष्ट्र के जलगांव स्थित एक खाते में आरटीजीएस से जमा कराए। साइबर थाना पुलिस ने बताया। जानकारी मिली है। बैंक दस्तावेज लेकर ठगी में प्रयुक्त खाते को फ्रीज कराने की प्रक्रिया भी तेज कर दी है।

