प्रयागराज (राजेश सिंह)। रविवार रात एक सब-इंस्पेक्टर के बेटे की इलाज के दौरान मौत हो गई। 25 अक्टूबर की सुबह युवक पर उसके ही पड़ोसियों ने घर में घुसकर कुल्हाड़ी और लोहे की रॉड से हमला किया था। गंभीर रूप से घायल युवक ने 9 दिन तक मौत से जंग लड़ी, लेकिन आखिरकार सोमवार तड़के उसने दम तोड़ दिया। यह मामला कोरांव थाना क्षेत्र का है।
नींद में सो रहे सूरज पर हुआ हमला
मृतक की पहचान 25 वर्षीय सूरज कुमार के रूप में हुई है। उसके पिता संतलाल उत्तराखंड पुलिस में सब-इंस्पेक्टर हैं और लकवाग्रस्त होने के चलते चार साल से गांव में ही रह रहे हैं। सूरज पर यह हमला 25 अक्टूबर की सुबह करीब 3 बजे हुआ, जब वह अपने कमरे में सो रहा था।
सूरज के भाई सावन ने बताया कि हमलावरों ने घर का दरवाजा खटखटाया, जिसे उनके बाबा ने बिना कुछ सोचे खोल दिया। तभी पड़ोसी हरिश्चंद्र और उसके बेटे सोहित व मोहित ने घर में घुसकर सूरज पर कुल्हाड़ी और रॉड से ताबड़तोड़ हमला कर दिया।
सिर और पैर पर गंभीर चोटें, इलाज के दौरान मौत
हमले में सूरज के सिर और पैर पर गंभीर चोटें आईं। शोर मचाने पर आरोपी फरार हो गए। परिवार ने उसे पहले स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया, बाद में हालत बिगड़ने पर जॉर्जटाउन के एक निजी अस्पताल में शिफ्ट किया गया। सोमवार तड़के करीब 4 बजे इलाज के दौरान सूरज की मौत हो गई।
अब हत्या की धाराओं में होगी कार्रवाई
कोरांव पुलिस के अनुसार, घटना के बाद मृतक के बड़े भाई साजन कुमार की तहरीर पर जानलेवा हमले का केस दर्ज किया गया था। अब सूरज की मौत के बाद धाराएं बढ़ाकर हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा। पुलिस ने बताया कि मृतक के पिता संतलाल ने बीमारी के चलते पुलिस विभाग में वीआरएस के लिए आवेदन किया है। मामले की जांच जारी है और आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए गए हैं।