करछना, प्रयागराज (दीपक शुक्ला)। यमुनापार करछना इलाके के डीहा गंगा घाट पर रविवार दोपहर को गंगा नदी में नहाते वक्त तीन बच्चे डूबने लगे और चिल्लाने लगे। मछुआरों ने डूबते हुए बच्चों की आवाज सुनी तो तत्काल पास गंगा नदी कूदकर तीन बच्चों मे लाला और अनुज को बचा लिया। लेकिन तीसरे बच्चे गोलू (15) गंगा नदी में समा गया। जिसकी खोजबीन मछुआरों के द्वारा किया जा रहा था। स्थानीय लोगों द्वारा बच्चों के डूबने की सूचना परिजनों को दिया गया। तो क्षेत्र में हड़कंप मच गया। पुछताछ मे बचाए गए लाला और अनुज ने बताया कि हम लोग घोड़े डीह भीरपुर से घर में रखे मूर्तियों को बहाने के लिए आये हुए थे। हम लोग नहाने के लिए गंगा में कूदे लेकिन गहराई में जाने से हम लोग डूबने लगे तो मछुआरों ने हमको तो बचा लिया। लेकिन हमारे साथ गोलू भी नहा रहा था। वह गंगा में डूब गया है। करछना घोड़े डीह गाँव से सैकड़ों की संख्या में लोगों की भीड डीहा घाट पर पहुंचे और करछना पुलिस को भी सूचना दिया गया। करछना पुलिस डीहा घाट पर पहूंच कर गोलू के शव की तलास में जुट गयी। लेकिन सफलता नहीं मिली। गोलू के परिजनों व रिश्तेदारों का रो रो कर बुरा हाल है। भारी संख्या मे गांव के लोग मौजूद रहे। करछना पुलिस ने मछुआरों व गोताखोरों की मदद से खोजबीन के लिए काफी प्रयास किया लेकिन देर शाम तक गोलू का कुछ पता नही चला। आज सुबह फिर पुलिस द्वारा गोताखोरों के माध्यम से गोलू को ढूंढने का प्रयास किया जाएगा। घटना से गोलू के परिजनों मे कोहराम मचा रहा।