मेजा,प्रयागराज। (पवन तिवारी)
क्षेत्र के गुनई गहरपुर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के पहले दिन कथा व्यास भागवत आचार्य पंडित धनंजय जी महाराज ने श्रीमद् भागवत कथा को प्रारंभ करते हुए कहा कि श्रीमद्भागवत की कथा देवताओं को भी दुर्लभ है। यह भागवत की कथा भगवान की कृपा से प्राप्त हो पाती है। श्रीमद्भागवत की कथा सात दिन का एक ऐसा आयोजन है। जिसमें सात सौपान है जिनके माध्यम से एक.एक करके हम प्रत्येक सोपान पर बढ़ते जाते हैं। अंत में अपने जीवन का लक्ष्य जान जाते हैं।श्रीमद्भागवत में भक्तों की ऐसी दिव्य कथाएं हैं जिनको सुनकर हृदय में भक्ति का उदय होता है और साथ ही साथ मनुष्य के जीवन में सुधार होता है। उन्होंने गोकर्ण और धुंधकारी के प्रसंग सुनाते हुए कहा कि धुंधकारी ने बांस में बैठकर पूरा चिंतन करके श्रीमद्भागवत की कथा सुनी इसलिए उसकी मुक्ति हो गई।
कथा का समय प्रतिदिन दोपहर एक से पांच बजे तक है। आयोजक राम कैलाश उर्फ पप्पू तिवारी ने सभी से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित हो कथा लाभ लेने की बात कही है। कथा के अंत में प्रधान यजमान पप्पू तिवारी की मां बेलकली तिवारी द्वारा आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया। इस मौके पर विद्याकांत तिवारी,पन्ने पांडेय,नरेश तिवारी,प्रेमशंकर उर्फ डाक्टर तिवारी,रामनिहोर तिवारी,राधेश्याम तिवारी और इंद्रकुमार तिवारी मौजूद रहे।