मॉक एक्सरसाइज के आयोजन का उद्देश्य लोगो को आपदा से बचाव के तरीको के बारे में जानकारी देते हुए उन्हें जागरूक करना
बाढ़ से निपटने, जलमग्न क्षेत्रों से सुरक्षित बाहर निकलने व पानी में डूबते हुए लोगो को बचाने की मॉकड्रिल की गयी
जिला प्रशासन सम्भावित बाढ़ को लेकर एलर्ट, सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण-अपर जिलाधिकारी
प्रयागराज (राजेश सिंह)। राज्य आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण के तत्वाधान में गुरूवार को राज्य स्तरीय मॉक एक्सरसाइज का आयोजन किया गया। राज्य स्तरीय मॉक एक्सरसाइज का आयोजन वीआईपी घाट संगम, धुस्सा घाट एवं किला घाट, फाफामऊ तहसील सोरांव, गूंसी-तहसील फूलपुर, कंजासा-बारा, अरैल-करछना,जीजीआईसी-सैदाबाद, ग्राम समहन-मेजा में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से मॉक एक्सरसाइज की गयी। मॉक एक्सरसाइज का आयोजन जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ की अध्यक्षता में किया गया। मॉक एक्सरसाइज में एसीपी झूंसी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला युवा कल्याण अधिकारी, जिला युवा केन्द्र अधिकारी, चीफ वार्डेन-उपनियंत्रक नागरिक सुरक्षा व टीम, जिला होमगार्ड व टीम, 71 फील्ड रेजीमेंट आर्मी टीम, स्वास्थ्य विभाग व टीम, पशुपालन विभाग, एनडीआरफ, चतुर्थ 42 बटालियन पीएसी, जल पुलिस, एनसीसी टीम, भारत स्काउड एण्ड गाइड टीम, प्रांतीय रक्षक दल, आशा/एएनएम तथा अन्य विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया।
किला घाट पर पर मानसून से पहले बाढ़ जैसी आपदाओं से निपटने की तैयारियों का परीक्षण अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व विनीता सिंह के निर्देशन में किया गया। किला घाट पर मॉकड्रिल का आयोजन हुआ। मॉक एक्सरसाइज के आयोजन का उद्देश्य लोगो को आपदा से बचाव के तरीको के बारे में जानकारी देते हुए उन्हें जागरूक करना है।
मॉकड्रिल में लोगों को बाढ़ के दौरान जान-माल की सुरक्षा के तरीके सिखाए गए। इसमें जलमग्न क्षेत्रों से सुरक्षित निकलने की विधियां बताई गईं। साथ ही प्राथमिक उपचार की भी जानकारी भी दी गई। इस आयोजन के दौरान राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और बाढ़ से संबंधित विभागों के राज्य स्तरीय अधिकारियों ने बाढ़ के पूर्व, बाढ़ के दौरान और बाढ़ के बाद विभिन्न विभागों द्वारा किए जाने वाले कार्यों के लिए आवश्यक निर्देश दिया।
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व विनीता सिंह ने मीडिया से बात करते हुए मॉक एक्सरसाइज के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आज मॉक एक्सरसाइज में संगम घाट पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में कार्य करने के तरीके, किला घाट पर नाव पलटने की घटना, नदी में डूबते हुए व्यक्ति को बचाने का कार्य, बाढ़ पीड़ितों एवं प्रभावित पशुओं का रेस्क्यू, प्राथमिक उपचार का कार्य कैसे किया जाये, इसे मॉक ड्रिल में रिहर्सल के माध्यम से बताया गया। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन सम्भावित बाढ़ को लेकर पूरी तरह एलर्ट है। सारी तैयारियां पहले से ही कर लेने के निर्देश समस्त संबंधित विभागों को दिए गए हैं। इसके अलावा दैवीय आपदाओं से निपटने के लिए आवश्यक तैयारियों के साथ लोगो की जागरूकता के लिए समय-समय प्राप्त सूचनाओं को प्रसारित भी कराया जा रहा है।