नशे में अधीक्षक ने अस्पताल में दी जमकर गाली, 2 साल पहले डिप्टी ब्ड ने की थी कार्रवाई
प्रयागराज (राजेश सिंह)। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कौड़िहार के अधीक्षक डॉ. अनुराग तिवारी ने शराब पीकर मंगलवार की देर रात जमकर हंगामा किया। सीएचसी कैंपस में ही जूनियर डॉक्टर रविंद्र पांडेय के साथ मारपीट की और जमकर मां-बहन की गालियां दी। वहां मौजूद किसी मरीज के तीमारदार ने इस घटना की पूरी वीडियो बना ली। वीडियो में साफ दिख रहा है, डॉ. अनुराग खुद को नहीं संभाल पर रहे थे और लड़खड़ाते हुए जूनियर डॉक्टर के पास पहुंचकर जूनियर डॉक्टर के मुंह पर हमला कर दिया। अधीक्षक के साथ फार्मासिस्ट पंकज सिंह भी थे, वह भी नशे में दिख रहे हैं।
बता दें कि करीब 2 साल पहले ही डॉ. अनुराग तिवारी को इस तरह के मामले डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कार्रवाई की थी और कौड़िहार सीएचसी से हटाने के लिए सीएमओ को आदेश दिया था। लेकिन कुछ दिन बाद ही डॉ. अनुराग को उसी सीएचसी पर फिर से तैनात कर दिया गया था। हालांकि इसका विरोध भी किया गया था। स्थानीय लोग बताते हैं कि आए दिन डॉ. अनुराग तिवारी यहां शराब पीकर ड्यूटी करते हैं और बवाल करते रहते हैं।
कमिश्नर के निरीक्षण में भी मिली थी लापरवाही
प्रयागराज मंडल के कमिश्नर विजय विश्वास पंत लगातार मिल रही शिकायतों को संज्ञान लेते हुए कौड़िहार सामुदायिक स्वास्थ्य का औचक निरीक्षण करने पहुंच गए थे। यहां निरीक्षण में तमाम खामियां पाई गई थी। इस पर कमिश्नर ने अधीक्षक डॉ. अनुराग तिवारी को जमकर फटकार लगाई थी और इसमें सुधार करने के निर्देश दिए थे। लेकिन करीब एक महीने बाद भी यहां की स्थिति जस की तस है।
2 साल पहले डिप्टी सीएम तक पहुंचा डॉ. अनुराग का मामला
करीब 2 साल पहले कौड़िहार की सैकड़ों आशा कार्यकर्ता अधीक्षक डॉ. अनुराग तिवारी की शिकायत लेकर सीएमओ प्रयागराज के पास पहुंची थीं। इसकी शिकायत डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से भी की गई थी। आशा कार्यकर्ताओं ने कहा, शराब पीने के बाद वह सीएचसी पर ड्यूटी करते हैं और उनके साथ अभद्रता करते हैं। इसे संज्ञान लेते हुए ब्रजेश पाठक ने तत्कालीन सीएमओ डॉ. आशु पांडेय को निर्देशित किया कि अधीक्षक को हटाया जाए और कार्रवाई की जाए। इसके बाद डॉ. अनुराग तिवारी और स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी दिनेश यादव को कौड़िहार से हटाकर संसारीपुर उपकेंद्र पर भेज दिया गया। लेकिन बाद में मामला रफा दफा हो गया।
अधीक्षक डॉ. अनुराग ने दी सफाई
डॉ. अनुराग तिवारी ने अपनी सफाई दी। उन्होंने कहा- डॉ. रविंद्र पांडेय कभी ड्यूटी नहीं करते हैं। वह जब 6 बजे अस्पताल पहुंचे थे तो हमने इस पर पूछा तो उसने जवाब दिया कि जब हमारा मन करेगा आएंगे। इसी बीच विवाद हुआ। हमारे बगल में फार्मासिस्ट पंकज सिंह भी बैठे थे। पहले डॉ. रविंद्र मारपीट पर उतारू हो गए। इसके बाद ऐसी स्थिति बन गई। मैं शराब नहीं पीया था।”