कोरोना काल मे पत्नी के निधन के बाद टूट गए थे अधिवक्ता मदनलाल
प्रयागराज (राजेश सिंह)। शास्त्री ब्रिज से शुक्रवार देर रात कार खड़ी कर गंगा नदी में छलांग लगाने वाले 64 वर्षीय अधिवक्ता मदन लाल राय का शव रविवार को मिल गया। एसडीआरएफ के जवानों को ब्रिज के नीचे से उनका शव मिला। मौके पर मौजूद मृतक के पुत्र ने पुलिस को बताया कि मां के निधन के बाद पिता टूट गए थे। वह गुमसुम रहने लगे थे और संभवत: इसी कारण उन्होंने यह कदम उठाया। गाजीपुर जनपद के मुसाहिद मोहम्मदाबाद जोखा के रहने वाले अधिवक्ता मदन लाल राय धूमनगंज के गयासुद्दीनपुर राजरूपुर इलाके में लंबे समय से रहते थे। शुक्रवार देर रात वह कार लेकर घर से निकले। शास्त्री ब्रिज पर पहुंचकर कार खड़ी की और गंगा नदी में कूद गए थे। कार से झूंसी थाने की पुलिस को उनका आधारकार्ड, मोबाइल और पर्स मिला था। आधारकार्ड के माध्यम से पुलिस ने उनके स्वजन को सूचना दी थी। साथ ही गोताखोरों को मदन लाल राय की तलाश में लगाया था। शनिवार को गोताखोरों को सफलता नहीं मिली तो रविवार को एसडीआरएफ के जवानों को लगाया गया। कुछ ही घंटे में ब्रिज के नीचे से नदी से मदन लाल राय का शव बरामद कर लिया गया। मौके पर मौजूद अधिवक्ता के पुत्र पद्याेत्म राय ने शव की शिनाख्त की। उसने पुलिस को बताया कि मां मंजुला राय की कोराेना काल में मृत्यु हो गई थी। इससे पिता मदन लाल राय चिंतित रहते थे। वह बहुत कम बातचीत करते थे। थाना प्रभारी झूंसी वैभव सिंह का कहना है कि कार और घर से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।