प्रयागराज (राजेश सिंह)। केंद्रीय कारागार नैनी में बेहद गोपनीय तरीके से जम्मू से 21 खूंखार आतंकवादियों को लाया गया है। इनको हाई सिक्योरिटी बैरग में अलग-अलग रखा गया है। इन आतंकियों के जेल में आने के बाद सुरक्षा और तगड़ी कर दी गई है। जेल के अंदर से लेकर बाहर तक सशस्त्र पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। सुरक्षा का ऐसा घेरा बनाया गया है कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता। वहीं सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट मोड पर हैं।
जम्मू-कश्मीर से 21 खूंखार आतंकवादियों को बड़े गोपनीय तरीके से जम्मू पुलिस नैनी जेल लेकर पहुंची। सड़क मार्ग से इनको यहां लाया गया था। चार वाहनों से इनको यहां लाया गया था। जिन वाहनों में यह आतंकवादी थे, उसमें तो जम्मू पुलिस के एके 47 से लैश जवान थे ही, आगे-पीछे चल रहे वाहनों में भी सशस्त्र जवान थे। रात के अंधेरे में जब इनको यहां लाया गया तो इसके पहले किसी को इसकी जानकारी नहीं दी गई थी।
सिर्फ उच्चाधिकारियों को खबर दी गई थी और इसे गोपनीय रखने को कहा गया था। आतंकवादियों को यहां लाने के बाद उनके वाहनों को सीधे जेल के भीतर ले जाया गया। एक-एक आतंकवादी को सशस्त्र जवान हाई सिक्योरिटी बैरक में ले गए। इसमें एक को गोली लगी थी, जिसका जेल में ही इलाज किया जा रहा है। प्रभारी जेल अधीक्षक आरके सिंह का कहना है कि 21 आतंकियों को जेल लाए जाने के बाद सुरक्षा व्यवस्था और तगड़ी कर दी गई है। सभी अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए गए हैं।
हाई सिक्योरिटी बैरक के बाहर जेल के सशस्त्र जवानों को तीन-तीन शिफ्ट में तैनात किया गया है। सीसीटीवी के माध्यम से इन आतंकियों की गतिविधियों को भी देखा जा रहा है। कारागार के बाहर सिविल पुलिस और पीएसी के जवानों की संख्या बढ़ाते हुए तैनात किया गया है।
सुरक्षा एजेंसियों के इनपुट के बाद बदलती है जेल
जम्मू जेल में बंद आतंकियों को तभी दूसरे प्रदेश की बड़ी जेलों में शिफ्ट किया जाता है, जब सुरक्षा एजेंसियां इनपुट देती हैं। सूत्रों के अनुसार जम्मू जेल में आतंकियों के बंद होने से वहां हमेशा सुरक्षा को लेकर खतरा रहता है।
51 आतंकवादी हैं जेल में
केंद्रीय कारागार नैनी में इस समय 51 आतंकवादी बंद हैं। इसी वर्ष मई माह में 44 आतंकियों को जम्मू से यहां लाया गया था। इसमें 18 को दूसरी जेलों में शिफ्ट कर दिया गया। शेष 26 को यहीं पर रखा गया। 51 में 47 जम्मू से लाए गए आतंकवादी हैं, जबकि अयोध्या बम विस्फोट कांड से जुड़े चार आतंकी पहले से यहां बंद हैं।