आगामी श्रावण मास में कांवड़ियों के सुगम यातायात एवं सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि अपने-अपने क्षेत्रों में बैरिकेडिंग लगवाना सुनिश्चित करें।
थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि उनके थाना क्षेत्र में कांवड़ियों के मार्ग में पड़ने वाले ढ़ाबे, जलपान गृह एवं अन्य प्रमुख स्थानों पर 50 (पचास) सीसीटीवी कैमरे लगवाये जाये जिससे कि सतर्क दृष्टि रखी जा सके।कांवड़ियों के मार्गों में आवश्यकतानुसार पुलिसबल एवं 112 के वाहनों की तैनाती की जाये एवं समय-समय पर उच्चाधिकारीगण द्वारा उनकी चेकिंग सुनिश्चित की जाये।
कानून व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ किये जाने एवं अपराध नियंत्रण के उद्देश्य से प्रमुख मार्गों एवं भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर प्रभावी गश्त एवं चेकिंग किये जाने हेतु थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया।
महिला सम्बन्धी अपराधों पर तत्काल कार्रवाई की जाये तथा पीड़ित महिला की शिकायत को उच्च प्राथमिकता प्रदान कर उनकी समस्या का समाधान किया जाये ।
जनसुनवाई पर विशेष ध्यान देते हुए पुलिस आयुक्त द्वारा निर्देशित किया गया कि जनमानस से प्राप्त होने वाली जनशिकायतों व आई0जी0आर0एस0 को गंभीरता से लिया जाये एवं प्राथमिकता के आधार पर समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जाये।
टोल फ्री नम्बर-1090, डायल-112, सोशल मीडिया आदि माध्यमों से प्राप्त शिकायतों को उच्च प्राथमिकता देते हुए गुणवत्तापूर्ण निस्तारण कराया जाये।
हिस्ट्रीशीटर (HS) अपराधियों/अन्य सक्रिय अपराधियों की सूची अपडेट कर नियमित सत्यापन एवं निगरानी सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये ।
लूट, चैन स्नैचिंग, जुआं, सट्टा, सूदखोरी जैसे मामलों पर प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए व इससे सम्बन्धित लम्बित प्रकरणों को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण किया जाये।
भू-माफिया व खनन माफियाओं पर के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया।
लम्बित विवेचनाओं को प्राथमिकता देते हुए समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण हेतु थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया।
उक्त गोष्ठी में समस्त पुलिस उपायुक्त समस्त सहायक पुलिस आयुक्त व थाना प्रभारियों तथा अन्य पुलिस अधिकारी/कर्मचारीयों द्वारा प्रतिभाग किया गया ।