प्रयागराज (राजेश सिंह)। यमुनापार के करछना क्षेत्र के बीरपुर गांव में कार सवार बदमाशों ने बुधवार शाम खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में तैनात संविदाकर्मी की धारदार हथियार से हत्या कर दी। तीन साल पहले इस संविदाकर्मी के पिता को भी मार डाला गया था। उस घटना में आरोपित जेल में हैं। उसी मामले से जोड़कर इस घटना को भी देखा जा रहा है। गांव में तनाव के मद्देनजर पुलिस और प्रशासनिक अफसर फोर्स के साथ पहुंच गए हैं। बीरपुर गांव निवासी मंगला प्रसाद पांडेय (40) बुधवार दिन में चार बजे के बाद ड्यूटी पूरी होने पर मोटरसाइकिल से घर लौट रहे थे। अभी वह रास्ते में मंडवा गांव के सामने पहुंचे थे तभी कार सवार बदमाशों ने मोटरसाइकिल में पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। इससे मंगला प्रसाद सड़क किनारे गिर गए। जब तक मंगला कुछ समझ पाते, कार से उतरे तीन बदमाशों ने मंगला को जबरन गाड़ी में खींच लिया। मंगला को अपहरण कर देवरी गांव के पास ले गए। वहां धारदार हथियार से हत्या के बाद शव को सड़क किनारे फेंककर कातिल फरार हो गए।
कुछ देर बाद घटना की जानकारी होने पर रोते-बिलखते परिवारीजन पहुंच गए। फिर एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित, एसडीएम करछना अमृता सिंह, सीओ करछना राजेश कुमार यादव फोर्स के साथ पहुंचे। स्वजन शव को घर उठा ले गए। पुलिस की छानबीन में पता चला कि लगभग तीन साल पहले मंगला के पिता लालता प्रसाद पांडेय की परिवार के ही राजा पांडेय पुत्र ननकऊ ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। राजा व अन्य आरोपित तब से सेंट्रल जेल नैनी में हैैं। लालता के दो बेटों में मंगला बड़े थे और वह ही पिता की हत्या के मामले की पैरवी कर रहे थे। वह बीआरसी कौंधियारा में कंप्यूटर आपरेटर के पद पर कार्यरत थे। मंगला के दो बेटे और एक बेटी है।