वन विभाग की टीम ने पकड़ने को बिछाया जाल
प्रयागराज (राजेश सिंह)। गंगानगर में पिछले करीब माह भर से तेंदुआ ने आतंक मचा रखा है। उसे पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम लगातार प्रयास कर रही है, हालांकि तेंदुआ इतना चालाक है कि वह पकड़ में नहीं आ रहा है। अब सेामवार को तेंदुआ ने एक युवक पर हमला कर अपने पंजों से घायल कर दिया। पूर्व में भी तेंदुआ ने मलखानपुर के राजेंद्र बिंद को घायल किया था।
सराय इनायत थाना क्षेत्र के सुदनीपुर कला गांव से तेंदुआ पहुंचा और जमुनीपुर गांव के युवक को पंजा मार कर घायल कर दिया। इसकी सूचना लोगों ने पीआरवी पुलिस और वन विभाग की टीम को दी। युवक को इलाज के लिए सीएचसी बनी भेजा गया। जहां उपचार के बाद उसे छोड़ दिया गया। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम तेंदुआ की लोकेशन ट्रेस करने में जुटी है।
बताया गया है कि जमुनीपुर गांव निवासी तारा बिंद पुत्र लल्ला बिंद सोमवार सुबह खेत की ओर शौच के लिए जा रहा था। इसी दौरान वहां घात लगाए बैठे तेंदुए ने उस पर अटैक कर दिया। उसके चिल्लाने पर ग्रामीण भी जुट गए। इसके बाद तेंदुआ गायब हो गया।
सराय इनायत इलाके में पिछले कई दिनों से तेंदुआ वन विभाग की टीम को चकमा दे रहा है और उसे अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है। विभाग के कर्मचारी और लखनऊ व कानपुर की विशेषज्ञों की टीमें भी उसे पकड़ने में विफल रही है। इससे ग्रामीण दहशत में हैं।
तेंदुआ को पकड़ने के लिए दो पिंजरे लगाए गए हैं टीम द्वारा बराबर लोकेशन ट्रेस किया जा रहा है ट्रैकुइलाइजर टीम सक्रिय है लेकिन तेंदुआ इनसब प्रयासों के बावजूद हाथ नहीं आ रहा है। तेंदुआ जहां ग्रामीणों के लिए मुसीबत बना है वहीं विभाग के लिए सिर दर्द बन चुका है।
बताया जा रहा है कि सुदनीपुर कला गांव के भीटेश्वर बाबा मंदिर के पास पिछले दिनों तेंदुआ देखा गया था। अनुमान लगाया जा रहा है कि सुदनीपुर गांव से एक नहरा निकलता है जो बैरगिया नाले से मिलकर गंगा नदी में जाता है यह नहरा करीब 10 से 15 किमी दूरी तक है इसनहरा में उसके छिपने के लिए पर्याप्त झाड़ियां हैं। वहीं कुत्ते और नीलगाय के बच्चों को अपना शिकार बनाकर दिन में उसी नहर के झाड़ी में छिप जाता है।
देवकली गांव निवासी गर्जन सिंह के धान की खेत में एक नीलगाय का गर्दन नोचा हुआ पाया गया और आसपास उसके पग चिह्नों को देखा गया है। जिसके बाद से लोग भयभीत हो गए हैं। गांव के मुन्ना पाल, मुन्सी जी, और भीटेश्वर मंदिर के महराज अवधेश दास ने बताया कि तेंदुआ मंदिर परिसर से लेकर देवकली और सुदनपुर कला गांव के आसपास बराबर देखा जा रहा है।
फूलपुर के वन रेंजर लक्ष्मीकांत दुबे का कहना है कि तेंदुआ को पकड़ने के लिए सुदनीपुर से लेकर लाक्षागृह तक लोकेशन ट्रेस किया जा रहा है। उसकी लोकेशन मिलते ही ट्रैकुलाइज कर पकड़ने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।