खंड शिक्षाधिकारी ने दिया जांच के आदेश
कोरांव, प्रयागराज (सत्यम तिवारी)। एक तरफ जहां शासन सर्व शिक्षा अभियान जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं से परिषदीय विद्यालयों की सूरत बदलने की जी तोड़ कोशिश कर रहा है तो वहीं जिम्मेदार सुधरने का नाम नहीं ले रहे है। मंगलवार को बीआरसी कोरांव अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय रवनियाँ के प्रभारी अध्यापक का जब सोते हुए वीडियो वायरल हुआ तो पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। हर कोई परिषदीय विद्यालयों के अध्यापकों की लापरवाही को लेकर विभाग को कोसता हुआ पाया गया। उक्त गांव के रहने वाले महेश पांडेय, रमेश तिवारी,भाई लाल कोल आदि ग्रामीणों की माने तो उक्त विद्यालय में प्रभारी अध्यापक के रूप में कार्यरत आलोक कुमार सिंह नियुक्ति के बाद से ही शैक्षणिक दायित्वों के निर्वहन में बहुत लापरवाही बरतता आ रहा है। महीने में महज दो चार दिन ही विद्यालय में आने वाले उक्त अध्यापक की रुचि शैक्षणिक दायित्वों से ज्यादा राजनीति में है। उक्त अध्यापक विद्यालय की जगह खंड विकास कार्यालय कोरांव पर नियमित रूप से देखा जाता है। विभाग में उसकी दबंगई का आलम यह है ग्रामीणों द्वारा कई बार की गई शिकायतों के बावजूद उक्त अध्यापक की कार्यशैली जस की तस बनी हुई है। मंगलवार को विद्यालय अवधि में जब उक्त अध्यापक की सोते हुए वीडियो वायरल हुई तो उसे लेकर एक बार फिर पूरे क्षेत्र में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। विद्यालय में जहां छात्र कक्षाओं में उछल कूद कर रहे है तो वहीं उक्त अध्यापक रजिस्टर और रूमाल को अपना सिरहाना बनाकर घोड़ा बेंचकर सो रहा है। क्षेत्र में इस तरह के अध्यापकों की संख्या दर्जनों में है।देखना रोचक होगा कि विभागीय अधिकारी उक्त मामले में कैसा निर्णय लेते है। मामले के बावत खंड शिक्षाधिकारी कोरांव मोहम्मद रिजवान का कहना है कि प्राप्त शिकायत की जांच कराई जा रही है। तदुपरांत आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।