ब्लॉक कर्मचारियों की अगुवाई में होनी थी खुली बैठक
प्रयागराज (राजेश सिंह)। करछना के बबुरा गांव में सोमवार को कोटे की खुली बैठक के दौरान मारपीट हो गई। इस दौरान कई लोगों को चोटें भी आईं। वहीं पुलिस ने बीच बचाव करके स्थिति को किसी तरह काबू में किया। ग्रामीणों का कहना था कि ब्लॉक से आए कर्मचारियों की ओर से एक समूह का पक्ष लिया जा रहा था, जिसके बाद माहौल बिगड़ गया।
करछना के बबुरा गांव में कोटे का चयन होने की सूचना पूर्व में ही अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को दे दी गई थी। इसके बाद सोमवार को चार समूहों ने दावेदारी की। इस दौरान ब्लाक से चुनाव अधिकारी बनकर गए जेई एमआइ बृजभुवन मौर्य, सचिव अमरेश व अन्य कर्मचारियों पर एक समूह ने पक्षपात का आरोप लगाकर हंगामा करना शुरू कर दिया।
धीरे-धीरे बवाल बढ़ता गया और मारपीट शुरू हो गई। प्रभारी अजीत गुप्ता ने पुलिस बल के साथ किसी तरह हालात पर काबू किया। वहीं बवाल के बाद जेई एमआइ बृजभुवन मौर्य और अमरेश कुमार अन्य कर्मचारियों के साथ मौके से भाग निकले। अधिकारियों ने पुलिस को तहरीर भी नहीं दी। इसके बाद चुनाव की प्रक्रिया को स्थगित कर दी गई।
ग्रामीणों का कहना है कि जेई एमआइ बृजभुवन मौर्य और सचिव अमरेश के ऊपर पहले भी गंभीर आरोप लग चुके हैं। वह अपने निजी लाभ के चक्कर में चुनाव के दौरान एक पक्ष का समर्थन कर रहे थे। प्रक्रिया शुरू होने से पहले अपने चहेते समूह के पक्ष में वोट डालने की बात करने लगे, जिसके बाद अन्य समूह के समर्थकों ने मारपीट शुरू कर दिया।
घटना के बाद दो महिलाओं अर्चना यादव पत्नी विनय और प्रीती यादव पत्नी अमरचंद्र ने एक दूसरे पक्ष के खिलाफ तहरीर दी है। वहीं एसडीएम राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि मामले की जांच कराकर दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी। अगली तारीख पर दोबारा कोटे का चयन कराया जाएगा।