चकमा देकर भाग आया था शूटर सनी सिंह
प्रयागराज (राजेश सिंह)। अतीक-अशरफ हत्याकांड में गिरफ्तार शूटर सनी सिंह के बारे में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। यह बात सामने आई है कि उसे तुर्किये में बनीं दो पिस्टलें दिल्ली के कुख्यात माफिया सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के लिए दी गई थी। हथियार टिल्लू के विरोधी जीतेंद्र गोगी गैंग की ओर से उपलब्ध कराई गई थी। लेकिन सनी उन्हें चकमा देकर वहां से भाग निकला था। बाद में उसने अतीक-अशरफ हत्याकांड में इन्हीं हथियारों का इस्तेमाल किया।
हमीरपुर का रहने वाला सनी का लंबा चौड़ा आपराधिक इतिहास है। पिछले दिनों ही यह बात सामने आई थी कि 2020 में वह जीतेंद्र गोगी गैंग के संपर्क में आया था और इसके बाद वहीं से उसे तुर्किये में बनी जिगाना व गिरसान पिस्टलें मिली थीं। सूत्रों के मुताबिक, एसआईटी की पूछताछ में यह बात सामने आई है कि सनी को हथियार एक हत्या की वारदात करने के लिए दी गई थीं।
हत्या दिल्ली के कुख्यात माफिया डॉन सुनील उर्फ टिल्लू की होनी थी। दरअसल टिल्लू और जीतेंद्र गोगी दोनों ही अलग-अलग गैंग चलाते थे जिनके बीच लंबे समय से अदावत चल रही थी। गैंगवार में दोनों के कई गुर्गे मारे जा चुके थे और वह एक-दूसरे की जान के दुश्मन बने हुए थे।
उधर एक मामले में हमीरपुर जेल में बंद सनी 2019 दिसंबर में जमानत मिलने के बाद गायब हो गया। इसके बाद उसके खिलाफ दो मामलों में वारंट भी जारी हुआ लेकिन पुलिस उसका पता नहीं लगा पाई। सूत्रों का कहना है कि इस दौरान वह दिल्ली चला गया और वहां जीतेंद्र गोगी के संपर्क में आ गया। वह बेअंदाज था ही और यही वजह थी कि गोगी ने उसे अपने गैंग में शामिल करने का आश्वासन दिया।
इस दौरान उसने गोगी गैंग के लिए कुछ छोटी-मोटी वारदातें भी कीं लेकिन पुलिस से बचा रहा। इसके बाद गोगी गैंग की ओर से टिल्लू की हत्या की योजना बनाई गई। जिसमें सनी को भी शामिल किया गया। इसी के तहत उसे तुर्किये में बनीं दो पिस्टलें दी गईं। इसी दौरान सितंबर 2021 में गोगी की कोर्ट में गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई। जिसके बाद सनी गैंग के अन्य सदस्यों को चमका देकर दोनों पिस्टलें लेकर भाग निकला।
सूत्रों का यह भी कहना है कि जांच पड़ताल में यह बात भी सामने आई है कि सनी दिल्ली में ही दूसरे शूटर अरुण से मिला था। दरअसल पानीपत से लूट के मामले में जेल जाने व जमानत पर छूटने के बाद अरुण ने भी दिल्ली का रुख किया था। उधर सनी गोगी की हत्या के बाद भाग निकला लेकिन, अरुण के संपर्क में बना रहा। कुछ दिनों तक उसने एक परिचित की मदद से बांदा में भी फरारी काटी और लवलेश के संपर्क में आया। फिर तीनों के साथ मिलकर अतीक व अशरफ की हत्या कर दी।