प्रयागराज (राजेश सिंह)। शहर के अतरसुइया थाना क्षेत्र में दो दिन पहले हुई फ्रूटी सोनकर की हत्या के विरोध में इलाके की बड़ी संख्या में महिलाओं ने सुभाष चौराहे पर प्रदर्शन किया। इस दौरान महिलाओं ने चक्काजाम करने का भी प्रयास किया। मौके पर पहुंची पुलिस फोर्स ने किसी तरह से महिलाओं को समझा बुझाकर सड़क से हटाया। इसके बाद महिलाओं ने सुभाष चौराहे से लेकर पत्थर गिरजाघर तक नारेबाजी लगाते हुए पैदल मार्च किया। प्रदर्शन काफी देर तक चला।
शाहगंज थाना क्षेत्र के लीडर रोड निवासी रामबाबू सोनकर की बेटी फ्रूटी सोनकर (30) की शादी नौ साल पहले अतरसुइया के बलुआ घाट खटिकान बस्ती निवासी सौरभ संग साथ हुई थी। नौ महीने पहले सौरभ की मौत हो गई थी। फ्रूटी अपने तीन बेटों के साथ ससुराल में रह रही थी। कपिल ने बताया कि रविवार रात नौ बजे बहन ने फोन पर कहा था कि कोटे से गल्ला लेने के बाद दूसरे दिन मायके आएगी। इसी बीच उसका फोन कट गया। दोबारा लगाने पर नंबर बंद आने लगा।
सोमवार सुबह पांच बजे बहन के मोबाइल से किसी ने फोन कर बताया कि उसकी मौत हो गई है। इतना कहकर फोन रख दिया। आननफानन ससुराल पहुंचे तो बहन का शव चारपाई पर पड़ा था। माला टूटकर कपड़े में फंसा था, गले और हाथ पर चोट के निशान थे। उसके बाद वे लोग फ्रूटी को अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
कपिल का आरोप है कि सौरभ की मौत के बाद सास-ससुर, देवर समेत अन्य लोग उसकी बहन से मायके से पैसे लाने के लिए दबाव बनाते थे। न देने पर उसे प्रताड़ित करते थे। प्रताड़ना से परेशान होकर उसकी बहन उनके घर पर चली आई थी। छह महीने पहले उसके ससुर राजू सोनकर यह आश्वासन देकर अपने साथ ले गए थे कि उसे कोई परेशानी नहीं होगी। आरोप है कि रविवार रात ही ससुर राजू, सास राधा, ननद डिंपी, देवर सुमित समेत अन्य लोग मिलकर उसकी बहन पीटे और अंत में गला दबा दिए।