प्रयागराज (राजेश सिंह)। महाकुंभ में बसने के लिए संस्थाओं के आवेदन अगले माह से आरंभ होंगे। पहली बार ऑनलाइन आवेदन भी लिए जाएंगे। इसके लिए पोर्टल अगस्त में खुल जाएगा। फिलहाल, 2019 के कुंभ में बसाई गईं संस्थाओं का सेक्टरवाइज सर्वे किया जा रहा है। ऐसी 4,500 से अधिक संस्थाओं, महामंडलेश्वरों और अखाड़ों से संपर्क किया गया है। इस बार 10 हजार संस्थाओं को बसाने का लक्ष्य है।
2019 में बस चुकीं 4000 सामाजिक, धार्मिक व सांस्कृतिक संस्थाओं और 2000 से अधिक महामंडलेश्वर, अखाड़ों के संत-संन्यासियों और तीर्थ पुरोहितों से संपर्क किया जा रहा है। दिल्ली, मुंबई, भोपाल, पटना, जयपुर, लखनऊ, गुवाहाटी और नागपुर से संस्थाओं के आवेदन, मेल आईडी के साथ संचालकों के फोटो मेला कार्यालय आ चुके हैं। मेला प्रशासन सर्वे कराने के बाद अगस्त से ऑनलाइन आवेदन भी आमंत्रित करेगा। ऑफलाइन आवेदन की व्यवस्था भी रहेगी।
पिछले कुंभ की तुलना में डेढ़ गुना अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए कुंभ क्षेत्र का विस्तार किया जा रहा है। पिछली बार 24 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का योगी सरकार ने दावा किया था। इस बार 40 करोड़ के आगमन का लक्ष्य है। पिछली बार 20 सेक्टर बनाए गए थे। इस बार 4000 हेक्टेयर क्षेत्रफल को 25 सेक्टर में बांटकर मेला बसेगा।
पोर्टल तैयार कर लिया गया है। अगले महीने महाकुंभ में बसने के लिए संस्थाओं के लिए विंडो खोल दी जाएगी। देश-दुनिया में किसी भी कोने से लोग महाकुंभ में भूमि और सुविधाओं के लिए आवेदन कर सकेंगे। ऑफलाइन भी आवेदन लिए जाएंगे। - विजय किरन आनंद, कुंभ मेलाधिकारी।