प्रयागराज (राजेश सिंह)। महाकुंभ के पहले भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा नए यमुना पुल की मरम्मत की जाएगी। नवीनीकरण पर 40.74 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च होगी। इसके लिए एनएचएआइ के परियोजना प्रबंधक ने आठ जुलाई को कार्ययोजना बनाकर केंद्रीय मुख्यालय नई दिल्ली को भेज दिया है। दो माह के बाद पुल के नवीनीकरण का काम शुरू होगा। दिसंबर के पहले पुल की बेयरिंग, एक्सपेंशन ज्वाइंटर, सड़क और रेलिंग को ठीक किया जाएगा। पुल का काम करने वाली कंपनी को तीन वर्ष तक मेनटेनेंस की जिम्मेदारी उठानी पड़ेगी।
प्रयागराज से मीरजापुर, मध्य प्रदेश और चित्रकूट को जोड़ने के लिए यमुना पर बना पुल 1200 मीटर लंबा पुल है। पुल पर प्रतिदिन 60 से 70 हजार छोटे-बड़े वाहनों का आवागमन होता है। महाकुंभ के दौरान इस पुल का उपयोग व्यापक पैमाने पर होगा जिसे ध्यान में रखते हुए इसके नवीनीकरण की योजना बनाई गई है।
विदेशी तकनीक से बने इस पुल की रिपेयरिंग तीन माह में जाएगी। विदेशी तकनीक से बने नए यमुना पुल पर आवागमन 2004 में शुरू हुआ था। इसके पहले पुराने यमुना पुल से आवागमन होता रहा है। पुराने पुल की चौड़ाई कम होने से अक्सर जाम लगता था। पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी के प्रयास से इस पुल का निर्माण हुआ था।
एनएचएआई परियोजना निदेशक पंकज मिश्रा ने बताया कि महाकुंभ के पहले नए यमुना का नवीनीकरण किया जाएगा ताकि महाकुंभ के दौरान आवागमन प्रभावित न हो। पुल के नवीनीकरण का प्रस्ताव मुख्यालय भेज दिया गया है। अनुमति मिलते ही टेंडर प्रक्रिया शुरू कराकर काम कराया जाएगा।