वाराणसी। वित्तमंत्री के वंदे भारत एक्सप्रेस से नई दिल्ली जाने के प्रोग्राम को लेकर रेलवे के अधिकारी शुक्रवार सुबह से ही असहज दिख रहे थे। ऐहतियातन, एजीक्यूटिव क्लास के उनके कोच को कैंट स्टेशन के मुख्य द्वार के सामने ही लगाया गया था। इसलिए कि वित्तमंत्री के पहुंचते ही उन्हें दूसरे यात्रियों से पहले उनकी सीट तक पहुंचा दिया जाएगा।
वीआइपी कल्चर से दूर वित्तमंत्री पहले ट्रेन के निर्धारित समय पहले पहुंची। फिर दूसरे यात्रियों संग ट्रेन में बैठने को राजी हुईं। प्लेटफार्म पर पांच मिनट तक खड़ी रहीं तो रेल अधिकारी, जनप्रतिनिधियों का अभिवादन स्वीकार करते बातचीत करती रहीं। गेट खुला तो दूसरे यात्रियों ने उन्हें पहले कोच में चढ़ने का मौका देकर सम्मान दिया और फिर घड़ी की सुइयों ने तीन बजाया तो ट्रेन दिल्ली के लिए रवाना हो गई।
केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण गुरुवार दोपहर बरेका से चलकर दो बजकर 35 मिनट पर कैंट रेलवे स्टेशन पहुंची। उस समय 22435 वंदे भारत एक्सप्रेस से प्लेटफार्म नंबर एक पर लगी थी। कैंट स्टेशन के मुख्य द्वार पर वित्तमंत्री की फ्लीट पहुंची एडीआरएम लालजी चौधरी और स्टेशन निदेशक अर्पित गुप्ता ने उनका अभिवादन किया।
वह प्लेटफार्म पर पहुंची तो गेट खुलने तक प्लेटफार्म पर खड़ी रहीं। दरवाजा खुला तो ई-वन में 19 नंबर बर्थ पर जाकर बैठीं, जबकि उनके परिवार के लक्ष्मी नारायन और लक्ष्मीना क्रमशरू 20 और 21 नंबर सीट पर बैठी।उसी कोच में सवार उपासना मित्तल, मुकेश मित्तल, बाल कृष्णन (सभी वरिष्ठ नागरिक) प्रसन्न महसूस हो रहे थे। राज्यमंत्री रवींद्र जायसवाल भी वित्तमंत्री के साथ मौजूद थे। एसीपी गौरव कुमार और आरपीएफ की टीम सुरक्षा व्यवस्था में मौजूद रही।
महाशिवरात्रि रू भीड़ प्रबंधन को काशी स्टेशन पर रोकी जाएंगी आठ ट्रेनें
महाकुंभ की भीड़ को लेकर अभी तक के सारे कयास फेल होने के बाद रेल प्रशासन ने भी फूंक-फूंक कर कदम रखना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में आज शनिवार 22 जनवरी से आठ महत्वपूर्ण ट्रेनों दो मिनट का ठहराव देने का निर्णय हुआ है। रेल प्रशासन की ओर से जारी सूचना के मुताबिक श्रमजीवी एक्सप्रेस, फरक्का एक्सप्रेस, पटना-कोटा एक्सप्रेस, बुद्धपूर्णिमा एक्सप्रेस को रोका जाएगा। कैंट रेलवे स्टेशन प्रशासन के मुताबिक ट्रेनों को काशी में रोके जाने के पीछे भीड़ प्रबंधन महत्वपूर्ण मकसद है। काशी स्टेशन के नजदीक रहने वाले या जिनकी पहुंच में काशी स्टेशन कैंट के वनस्पत नजदीक होगा, वे लोग काशी स्टेशन पहुंचने को ज्यादा तवज्जो देंगे।