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शुगर को जड़ से खत्म करने के उपाय

 

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surajvarta.in
स्वास्थ्य डेस्क
आज 29 जुलाई 2022 दिन शुक्रवार है।आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में लोग गलत खान पान और अनियमित दिनचर्या अपनाते हैं जिससे परिणाम स्वरुप कई गंभीर बीमारियां होने का खतरा रहता है. शुगर भी एक गंभीर बीमारी है जिससे अधिकांश लोग परेशान रहते हैं।

एक समय था जब 40-50 उम्र के लोगो में शुगर जैसी बिमारियां हुआ करती थी. लेकिन आजकल शुगर की समस्या से छोटे बच्चे से लेकर बूढ़े बुजुर्ग सभी परेशान हैं. आज के इस पोस्ट में हमें जानेंगे कि शुगर होने के कारण, लक्षण और शुगर को जड़ से खत्म करने के उपाय और घरेलू नुख्से.

*शुगर क्या है–*
शुगर को डायबिटीज और मधुमेह रोग के नाम से भी जाना जाता है. जब रक्त में शुगर या ग्लूकोस का स्तर सामान्य से बहुत ज्यादा बढ़ जाता है तो शुगर रोग हो जाता है. हमारे शरीर में इंसुलिन नाम का हॉर्मोन पाया जाता है जिसका निर्माण अग्नाशय या पैंक्रियाज नामक ग्रंथि करती है।
इसुंलिन हमारे शरीर में शुगर को ऊर्जा में बदलने का कार्य करती है जिससे शुगर लेवल नियंत्रित रहता है. लेकिन जब हमारे शरीर में इंसुलिन की मात्रा कम हो जाती है या इंसुलिन बनना ही बंद हो जाते है तो शुगर हमारे खून में जमा होने लगते है, जिससे रक्त में शुगर का लेवल बढ़ जाता है और डायबिटीज की समस्या होने लगती है।

डाइबिटीज के टाइप 1 और टाइप 2 क्या है –
*टाइप 1 – डाइबिटीज*
टाइप 1 ज्यादातर छोटे बच्चों में या फिर 20 वर्ष से कम आयु में देखने को मिलता है. शुगर टाइप १ के कारण शरीर में इंसुलिन बनना बंद हो जाता है.
*टाइप 2 – डाइबिटीज*
टाइप 2 अधिकांस लोगो में देखने को मिलता है. शुगर टाइप 2 के कारण इंसुलिन बनता तो है लेकिन सही से काम नहीं करता या फिर यूँ कहे कि शरीर की जरूरत के अनुसार पर्याप्त मात्रा में नहीं बनता.

*शुगर को जड़ से खत्म करने के उपाय–*
करेले से शुगर का इलाज किया जाता है क्योंकि करेला रक्त में शर्करा के प्रभाव को कंट्रोल करने में मदद करता है. करेले के जूस को सुबह खाली पेट पीने से  शुगर के रोगियों को फायदा मिलता है. सबसे पहले 2-3 करेले लेकर इसके बीज निकाल लीजिये. अब करेले का रस निकालकर इसमें थोड़ा पानी डाल कर सेवन करें. इसके इलावा करेले की सब्जी बनाकर खा सकते हैं.
आंवले से डायबिटीज कम करने में मददगार होता है. 2-3 आंवले लेकर उसके बीज  अलग निकालकर आंवले को पीस लीजिये एक पेस्ट तैयार कर लीजिये. अब इस पेस्ट को एक साफ़ कपड़े में डालकर इसका रस निचोड़ लीजिए और इसमें 1 कप पानी मिला कर रोजाना खाली पेट सेवन करें. इसके अलावा आप 1 कप करेले के जूस में भी आंवले के रस के 1 से 2 चम्मच मिला रोजाना पी सकते है, इससे डायबिटीज रोगियों को जबरदस्त फायदा मिलेगा.
जामुन और आम से शुगर ठीक करने का एक देशी उपचार माना जाता है.जामुन भी रक्त में शर्करा के प्रभाव को कम करने में सहायक होता है. जामुन के पत्ते, बीज और बेर का इस्तेमाल शुगर को कण्ट्रोल में रखने के लिए किया जाता है. जामुन के सूखे बीजों को पीस लीजिये और इसके बाद पानी मिलाकर इसका सेवन दिन में 2 बार करें शुगर से छुटकारा मिलेगा.
शुगर का इलाज में एलोवेरा का प्रयोग करें. सबसे पहले एलोवेरा के पत्तों को रात भर 1 गिलास पानी डालकर मे भिगने के लिए छोड़ दीजिये और सुबह उठकर खाली पेट इस पानी को पी लीजिये. एलोवेरा का सेवन  करने से आप कुछ ही दिनों देखेंगे कि डायबिटीज  कण्ट्रोल में आने लगा है.एलोवेरा के पत्तों को छीलकर उसका रस  निकालकर भी पी सकते है , या फिर  सब्जी बना कर भी खा सकते है.
शुगर की दवा की रूप में मेथी के दाने रामबाण की तरह काम करते हैं है.मेथी को भी शुगर कंट्रोल करने और रक्त में शर्करा के प्रभाव को कण्ट्रोल करने में मदद करता है. 1 गिलास पानी में 2 चम्मच मेथी के दाने डालकर रातभर भीगने के लिए रख दें और सुबह खाली पेट इन बीजों को चबा चबा कर खा लें और पानी पिए. इसके अलावा  2 चम्मच मेथी के दानों का पाउडर बनाकर दूध के साथ सेवन करें.
शुगर खत्म करने का उपाय में दालचीनी का सेवन करें, क्योंकि इसमें रक्त शर्करा के प्रभाव को कम करने की क्षमता होती है. रोजाना 1 चम्मच दालचीनी पाउडर को 1 कप गुनगुना पानी में डालकर सेवन करने या फिर 1  कप पानी में 2 से 4 लटें दालचीनी की डालकर उबाल लीजिये और फिर इसे ठंडा होने के बाद पी लीजिये, शुगर रोगियों को इसका जबरदस्त फायदा मिलेगा.
शुगर का देसी इलाज में प्याज का सेवन करे. 3-4 हरे प्याज जड़ समेत लेकर इसे ठीक तरह से धो लें. अब 2 लीटर पानी में डालकर रात भर के लिए छोड़ दें और सुबह उठकर इसका सेवन करे. इस पानी को एक बार में पीने का प्रयास न करें बल्कि, दिनभर में जब भी प्यास लगे इस पानी को पीयें. 2-4 सप्लताह लगातार इस उपचार को अपनाएं शुगर को जड़ से खत्म किया जा सकता हैं.
आम के ताजे पत्तों को सुखाकर पीस लीजिये और इसका पाउडर किसी डिब्बे में रख ले. अब मधुमेह रोगियों को सुबह उठकर खाली पेट इस पाउडर का 1 चम्मच पानी के साथ सेवन करवाएं जबरदस्त लाभ मिलेगा. यह मधुमेह की अचूक दवा के रूप में काम करती है.
यदि आम की पत्तियों के पाउडर का सेवन करने में समस्या है, तो रात में 1 गिलास पानी में आम के ताजे पत्ते डालकर रख दें. सुबह इसे उबाल कर छान ले और खाली पेट सेवन करें.यह शुगर तुरंत कम करने के उपाय माना जाता है.
सुबह उठकर खाली पेट 4 दाने मक्खाने के खाने से भी मधुमेह की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है. यह शुगर खत्म करने का लाभकारी उपाय माना जाता है.

*शुगर के कारण क्या है–*
ज्यादा जंक फ़ूड खाने वाले लोगो में शुगर होने कि सम्भावन बढ़ जाती है क्योंकि जंक फ़ूड में फट कि मात्रा अधिक होती है जिसके कारण शरीर में जरूर से अधिक कलोरी मिलती है और मोटापा बढ़ता शुरू हो जाता है. शरीर में जरूरत के अनुसार इंसुलिन का न बनने के कारण, शुगर लेवल बढ़ने लगता है.
शुगर एक अनुवांशिक रोग भी है इसका मतलब यह है कि यदि परिवार में माँ-बाप के दोनों में से किसी एक को भी शुगर कि बीमारी है तो उनके बच्चों में भी मधुमेह होने की संभावाना बढ़ जाती है.
यदि शरीर जरूरत से अधिक मोटा हो जाये तो शुगर होने कि सम्भावना बढ़ जाती है.
शारीरिक श्रम न करने के कारण भी मधुमेह रोग होने के सम्भावना बढ़ जाती है. कुछ लोगो कि दिनचर्या इस प्रकार से हो जाती है कि उन्हें दिन भर एक जगह बैठ कर काम करना पड़ता है और वो व्यायाम के लिए भी समय नहीं निकाल पाते.
अत्यधिक तनाव या डिप्रेसन में रहने से डाइबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है.
शराब, धुम्रपान या को दूसरा नशीला पदार्थ लेने से शुगर हो सकता है.
ज्यादा चाय, कोल्ड्रिंक और मीठा खाने से शुगर हो सकता है.

*डायबिटीज़ के लक्षण क्या है–*
मधुमेह होने के बहुत सारे लक्षण है जिनमे से कुछ प्रमुख लक्षण के बारे में बात करेंगे. यदि इन लक्षणों में से कोई भी दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से टेस्ट करवाएं.
बार बार पेसाब लगना.
बार बार भूख लगना.
शरीर में थकान होना.
चोट का घाव न भरना.
फोड़े फुंसी और खुजली होना.
बजन तेजी से कम होना.
किडनी ख़राब होना.
यदि किसी व्यक्ति को डाइबिटीज हो जाये तो उसे ठीक करने के लिए इंसुलिन बहुत जरूरी है. डाइबिटीज के लिए अंग्रेजी दवाइयों के स्थान पर आयुवेदिक उपचार करना चाहिए क्योंकि अंग्रेजी दवाई डाइबिटीज को कट्रोल रखती है इसे जड़ से ख़त्म नहीं कर पाती. आयुर्वेदि उपचार से डाइबिटीज को जड़ से ख़त्म किया जा सकता है यदि इसे सही तरीके से किया जाये तो.

*शुगर की बीमारी में क्या खाना चाहिए –*
शुगर रोगी फल के रूप में आंवला, पपीता, खरबूजा, अमरूद, जामुन, नींबू और संतरा का सेवन कर सकते है। रोजाना 100 -150 ग्राम फल जरूर खाएं.
शुगर में सब्जियों भिंडी, खीरा, शिमला मिर्च, गाजर, ब्रोकोली, शलगम, ककड़ी, कद्दू, सरसों का साग, बंदगोभी, फूलगोभी, मूली, टमाटर और करेले का सेवन करना फायदेमंद होता है.साथ ही मेथी, पालक व अन्य हरी सब्जियां भी खा सकते हैं.
डायबिटीज़ रोगियों अपने आहार में फाइबर की मात्रा अधिक मात्रा शामिल करना चाहिए. ब्राउन ब्रेड और दलिया खाए इसमें फाइबर अच्छी मात्रा में पायी जाती है.
चॉकर मिला आटा, ब्राउन राइस, छिलके वाली दालें और बिना पोलिश वाले चावल को खायें.
साबूत चना, सोयाबीन, अंकुरित चने व दालें और राजमा खाये जबरदस्त फायदा मिलेगा.
शुगर रोगियों के कुछ सवाल को लेकर रहते हैं कि क्या वे खा सकते है या नहीं. तो शुगर  में अंडे, चिकन और फिश खा सकते है लेकिन इन्हें कम ही खायें तो बेहतर है. और मटन का सेवन नहीं करना चाहिए.
दालचीनी, लहसुन और मेथी ब्लड में ग्लूकोज़ लेवल कम करते है.
बिना मीठे वाली छाछ या फिर नमकीन लस्सी का सेवन कर सकते हैं.
ग्रीन टी शरीर में ग्लूकोस को सोखने की क्षमता बढ़ाती है.
कम फैट वाला दूध, पनीर व दही खा सकते है. शुगर रोगियों के लिए खाने  में सूरजमुखी, सरसों व सोयाबीन का तेल इस्तेमाल करना चाहिए.

*मधुमेह में क्या खाना नही चाहिए –*
शुगर रोगियों को मीठा नहीं खाना चाहिए. कुछ लोग ऐसे भी है जो मीठाम नहीं खाते या उन्हें मीठा खाना अच्छा नहीं लगता फिर भी उन्हें शुगर हो जा है. तो दोस्तों मीठा खाना ही शुगर होने का एक मात्र कारण नहीं है, पर जिन लोगो को शुगर की बीमारी हो जाए तब मीठा खाने से परहेज करना बहुत आवश्यक है.
शुगर में फल के रूप में केला, सेब, आम, लीची और अंगूर नहीं खाना चाहिए.
अधिक कार्बोहाइड्रेट्स और वसा युक्त पदार्थ का सेवन करने से डायबिटीज़ बढ़ने की संभावना ज्यादा होती है, इसलिए अपने आहार में ऐसे खाद्य पदार्थ कम सेवन करें जिनमें कार्बोहाइड्रेट्स व वसा की मात्रा ज्यादा हो जैसे की चावल.
शुगर रोगियों को, बाजार का तला व जंक फ़ूड नहीं खाना चाहिए. इनसे मधुमेह का स्तर और बढ़ने की सम्भावना हो जाती है. पेस्ट्री, केक व आइस्क्रीम  खाने से परहेज करे.
मधुमेह के परहेज में नूडल्स, नान और मैदे से बनी रोटी ना खाए.
शुगर के परहेज में मेवा खाने का मन हो तो सूखा मेवा नहीं खाना चाहिए,बल्कि आप इस मेवा को खाने से पहले पानी में भिगो ले.
कोल्ड ड्रिंक्स, शरबत, मुरब्बा और चीनी युक्त पेय पदार्थ का सेवन न करें
बीड़ी,सिगरेट, शराब, व अन्य सभी प्रकार के नशे से दूर रहे.
शुगर रोगियों के आहार में नारियल का तेल व घी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
आलू, अरबी और शकारगंदी ना खाए या कम से कम इनका सेवन करे।

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