दुकानों पर विभिन्न मार्का लगे अलग अलग फ्लेवर में बिक रहे हैं नशीले पदार्थ
मऊआइमा, प्रयागराज (राजेश सिंह)। मऊआइमा क्षेत्र में गुप चुप ढंग से नव युवकों को बर्बाद करने का मशाला बिना लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन के फैक्ट्री चल रही है। बताते हैं कि कस्बा के नाटी इमली के एक गली में एक अंधेरे जीर्ण-शीर्ण सकरे मकान में उक्त गोरख धंधा चल रहा है।बताया गया है कि हुक्का मसाला में अलग अलग नशीले फ्लेवर डाल कर विभिन्न प्रकार के नशीले टेबलेट पीस कर कडक कर दिया जाता है।और बाकायदा बिना किसी चेतावनी के विभिन्न नामों से स्टीकर लगा कर कस्बा के दुकानों पर बेचने के लिए भेज दिया जाता है।
नशीले हुक्का मसाला का मीटेरियल विभिन्न जनपदों से रात में वाहनों से आता है
बताया गया है कि अवैध ढंग से चल रहे हुक्का मसाला के नाम पर नशीले पदार्थ विभिन्न जनपदों से वाहनों से रात के अंधेरे में ला कर फैक्ट्री में एकत्रित कर लिया जाता है। कनस्तरों में नशीला शीरा ,सडा हुआ चोटा जो अत्यंत नशीला होता है।तथा बोरों में सूखा मिट्टीनुमा पाउडर, तम्बाकू का पत्ता,बोतलों में विभिन्न प्रकार के नशीले फ्लेवर आदि लाकर तैयार किया जाता है। जिसे तीखा नशीला बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के नशीले पदार्थ डाल कर पैकिंग कर स्टीकर लगा कर मार्केट में बेची जा रही है।जिसे पीकर नव युवक इसके लती हो रहे हैं। बताया जाता है कि उक्त तंबाकू को गांजे की तरह चिलम में भर कर नव युवक पीते हुए देखे जा सकता हैं ।
रोक के बावजूद हुक्का बार में जाता है विभिन्न, लेबलिंग का नशीला फ्लेवर
मऊआइमा में तैयार हो रहे नशीले पदार्थों से निर्मित पैकेट को हुक्का बार में सप्लाई दी जाती है। जबकि हुक्का बार पर सख्त पाबंदी है। फिर भी चोरी छिपे हुक्का बार चल रहे हैं।बताते हैं कि इतने व्यापक पैमाने पर वर्षों से लाखों रूपया का चल रहे उक्त नाजायज कारोबार पर किसी भी अधिकारी की नजर नहीं पडी। बताते हैं कि मऊआइमा की निर्मित हुक्का मसाला दूर तक मशहूर है।जिसे अधिकांश लोग हुक्का बार के लिए ले जाते हैं।वैसे यह नशीला पदार्थ मऊआइमा के विभिन्न दुकानों पर भी आसानी से मिल जाता है। उक्त अवैध धंधे पर सम्बन्धित अधिकारियों की चुप्पी समझ से परे है।बिना रजिस्ट्रेशन के खुफिया ढंग से तैयार तंबाकू को आम बोल चाल भाषा में हुक्का मसाला बोला जाता है। जबकि हुक्का मसाला के आड में यह तीखा नशीला पदार्थ होता है।जो एक बार पीता है वह इसका लती हो जाता है। लाखों के इस कारोबार में न कोई टैक्स दिया जा रहा है न कहीं रजिस्ट्रेशन है।
इस बाबत एसडीएम सोरांव हीरालाल सैनी का कहना है कि यदि बिना लाइसेंस रजिस्ट्रेशन के यह नाजायज़ कारोबार चल रहा है तो जांच करवा कर इसे बंद करवाया जाएगा और विधिक कार्यवाही भी की जाएगी।