प्रयागराज (राजेश सिंह)। श्रावण मास आरंभ होते ही कांवर यात्रा के लिए प्रयागराज-वाराणसी मार्ग को वन-वे (एकल) कर दिया गया है। शुक्रवार सुबह से इस मार्ग के बाएं लेन पर वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। कांवरियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए शास्त्री पुल समेत अन्य जरूरी स्थानों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। ट्रैफिक पुलिस की ओर से डायवर्जन प्लान भी लागू किया गया है, ताकि कांवरियों को किसी तरह की असुविधा न हो सके।
11 जुलाई से सावन शुरू हो रहा है जो नौ अगस्त 2025 तक चलेगा। इस दौरान बड़ी संख्या में शिवभक्त जल लेकर वाराणसी जाकर चढ़ाते हैं। अधिकांश श्रद्धालु पैदल ही जाते हैं और कुछ बाइक से भी आवागमन करते हैं। ऐसे में प्रयागराज से लेकर वाराणसी सीमा तक सुगम व सुरक्षित यातायात का प्रबंध किया गया है।
कांवर यात्रा के दौरान बड़ी बस और कामर्शियल वाहनों का डायवर्जन किया गया है। इसके साथ ही जीटी जवाहर अलोपीबाग चुंगी से वाराणसी मार्ग पर भीटी प्रयागराज सीमा तक बाएं लेन पर नौ अगस्त तक वाहनों का आवागमन नहीं हो सकेगा।
14 जुलाई 2025 (प्रथम सोमवार) के लिए रूट डायवर्जन (12 जुलाई की रात 10 बजे से आरंभ होकर 15 जुलाई की रात्रि 10 बजे तक रहेगा)। डीसीपी ट्रैफिक नीरज पांडेय और एडीसीपी ट्रैफिक कुलदीप सिंह ने बताया कि मार्ग पर यातायात पुलिस बल की तैनाती की गई है। भारी कामर्शियल वाहनों (आवश्यक सेवाओं के अतिरिक्त) की नो इंट्री रहेगी। इस अवधि में सभी प्रकार के वाहन पास निरस्त रहेंगे। लोगों से अपील है कि वह डायवर्जन प्लान का अनुपालन करें।
-कानपुर की ओर से वाराणसी को जाने वाले भारी वाहन का डायवर्जन कानपुर- रामादेवी- जार्जमऊ-शहीद चंद्रशेखर आजाद मार्ग बदरका, अचलगंज बीघापुर, रायबरेली, प्रतापगढ़, जौनपुर व वाराणसी की तरफ जायेंगे। वापसी का मार्ग भी यही होगा।
- कौशांबी की तरफ से आने वाले वाहन प्रयागराज बाईपास से सोरांव कट से उतरकर भुपिया मऊ (प्रतापगढ़), मुंगराबादशाहपुर, मछलीशहर के रास्ते वाराणसी जाएंगे।
-लखनऊ की ओर से वाराणसी जाने वाले भारी/कामर्शियल वाहन रायबरेली, सलोन, प्रतापगढ़, जौनपुर के रास्ते वाराणसी जायेंगे और वापसी का मार्ग भी यही रहेगा।
- प्रतापगढ़ की ओर से वाराणसी जाने वाले वाहन प्रतापगढ़, मछली शहर जौनपुर के रास्ते वाराणसी जायेंगे और वापसी का मार्ग भी यही होगा।
- रीवा की ओर से वाराणसी जाने वाले वाहन मनगवा, हनुमना से मिर्जापुर के रास्ते वाराणसी जायेंगे।
- रीवा से लखनऊ, कानपुर जाने वाले वाहन चित्रकूट, बांदा, चौडगरा, फतेहपुर होकर अपने गंतव्य को जायेंगे और वापसी का मार्ग भी यही होगा।
-चित्रकूट की तरफ से आने वाले वाहन राजापुर, कौशांबी, कोखराज होकर अपने गन्तव्य को जाएंगे।
शहर के वाहनों वालों के लिए व्यवस्था
- शहर में लोड, अनलोड होने वाले वाहन (मूलभूत सुविधाओं वाले) धूमनगंज व फाफामऊ मार्ग से प्रवेश करेंगे।
- वाराणसी की तरफ से आने वाली रोडवेज बसें हंडिया-सहसों-फाफामऊ से प्रयागराज में प्रवेश करेंगी। (शास्त्री ब्रिज का प्रयोग पूर्णतया प्रतिबंधित रहेगा)
-जौनपुर की ओर से आने वाली रोडवेज बसें फूलपुर-सहसों-फाफामऊ से प्रयागराज मे प्रवेश करेंगी। (शास्त्री ब्रिज का प्रयोग पूर्णतया प्रतिबंधित रहेगा)
घाट से हाईवे तक किया गया प्रबंध
कांवरियों के जल भरने वाले स्थान संगम नोज, गंगा घाट से लेकर हाईवे तक सुरक्षा व सुविधा के लिए समुचित प्रबंध किए गए हैं। शहर और प्रयागराज-वाराणसी मार्ग पर सीसीटीवी भी लगाए जा रहे हैं, जिससे संदिग्ध लोगों और व्यवस्था की निगरानी की जाएगी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घाट पर जल पुलिस, बाढ़ राहत पीएसी और गोताखोरों को तैनात किया गया है। कांवर मार्ग पर पुलिस की तैनाती रहेगी और पीआरवी के जवान लगातार पेट्रोलिंग करते रहेंगे।