प्रयागराज (राजेश सिंह)। यूपीपीसीएल के चेयरमैन ने सख्त ऐक्शन लेते हुए बनारस के मुख्य अभियंता (द्वितीय क्षेत्र) को कर्तव्यों व दायित्वों का ठीक से निर्वहन न करने के कारण निलंबित कर दिया है। अधीक्षण अभियंता व अधिशासी अभियंता को भी चार्जशीट देने के आदेश यूपी पॉवर कॉरपोरेशन अध्यक्ष डॉ. आशीष गोयल ने दिए हैं।
बिजली आपूर्ति को लेकर हुई समीक्षा बैठक के दौरान डॉ. गोयल ने बदलापुर में बिजली व्यवस्था ठीक न होने की वजह पूछी तो उन्होंने बताया कि वर्ष 2024 में बिजली सुधार के जो काम पूरे होने थे, वे सामग्री उपलब्ध न होने की वजह से पूरे नहीं हो सके हैं. इसलिए दिक्कत है। अध्यक्ष ने जब ईआरपी सॉफ्टवेयर के बारे में उनसे पूछा तो मुख्य अभियंता ने बताया कि उन्हें सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करना नहीं आता है। इसी गसले पर उन्हें काम के प्रति लापरवाह पाते हुए निलंबित कर दिया गया है। अध्यक्ष ने सभी मुख्य अभियंताओं को आदेश दिए हैं कि जुलाई से बायोमीट्रिक उपस्थिति अनिवार्य होगी, जहां आदेश का पालन नहीं किया जाएगा। वहां मुख्य अभियंताओं को जिम्मेदार माना जाएगा। अध्यक्ष ने वर्ष 2024-25 की कार्ययोजना जल्द पूरी करने के भी आदेश दिए हैं।
जहां से निकले कांवड़, 24 घंटे तैनात रहें कर्मचारी
पावर कॉरपोरेशन अध्यक्ष ने आदेश दिए हैं कि जहां कहीं से भी कांवड़ यात्रा निकले वहां बिजली कर्मचारियों की 24 घंटे ड्यूटी लगाई जाए। उन्होंने कहा कि अगर कोई डीजे ज्यादा ऊंचा हो तो तत्काल सजगता बरतें। प्रशासन को भी सूचित करें। लाइनों, खम्भों आदि को जांच कर व्यवस्थित रखा जाए। उन्होंने कांवड़ क्षेत्र में अधिकारियों के निरीक्षण के भी आदेश दिए हैं।
आपूर्त प्रभावित करने वाले होंगे बर्खास्त
डॉ. गोयल ने कहा कि बिजली आपूर्ति प्रभावित करने वालों को बर्खास्त किया जाएगा। जिस मुख्य अभियंता के क्षेत्र में आंदोलन की वजह से आपूर्ति प्रभावित होगी, उस पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। कोई जान बूझकर ब्रेकडाउन करेगा तो भी उसे चर्खास्त किया जाएगा। आंदोलन करने वालों पर काम नहीं तो येतन नहीं का नियम लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों का आंदोलन देखते हुए सभी जगह कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। वैकल्पिक व्यवस्था बन गई है। डीएम को दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं।