प्रयागराज (राजेश शुक्ल/राजेश सिंह)। प्रयागराज के गवर्नमेंट प्रेस क्रिकेट ग्राउंड पर आयोजित नीलम करवरिया ओपन क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले के बाद पुरस्कार वितरण समारोह में पहुंचे भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी मोहम्मद कैफ पुराने दिनों को याद कर भावुक हो उठे।
उन्होंने कहा, आज कई सालों बाद इस मैदान पर लौटकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। यही वो जगह है जहां से मैंने क्रिकेट की शुरुआत की थी, जिसने मुझे आगे बढ़ने का हौसला दिया और मेरा करियर बनाया।
कैफ ने कहा कि जब वे छोटे थे। तब कवारिया कप प्रयागराज के सबसे लोकप्रिय टूर्नामेंट्स में से एक था। वह उस वक्त खेलते हुए बड़े हुए। उस वक्त इस टूर्नामेंट की बहुत प्रतिष्ठा थी। प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से खिलाड़ी खेलने आते थे। हम सबके लिए यह जीत का नहीं, बल्कि खेल भावना का प्रतीक था।
उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के लिए सबसे बड़ी जरूरत मैदान और मैच की होती है, खिलाड़ी को बस खेलने का मौका चाहिए। उसे ग्राउंड चाहिए, मैच चाहिए, और अगर क्वालिटी टूर्नामेंट मिल जाए तो वही उसकी सबसे बड़ी खुशी होती है। दिन-रात की मेहनत तब ही सार्थक लगती है जब वो मैदान पर अपनी टीम को जिताने के लिए उतरता है।
नीलम करवरिया कप की तारीफ करते हुए कैफ ने आयोजकों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, आपने जिस तरह इस टूर्नामेंट को शुरू किया है, यह बेहद सराहनीय कदम है। इस तरह के आयोजन से नए खिलाड़ी उभर कर सामने आते हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि इसे हर साल आयोजित किया जाएगा और यह प्रयागराज की पहचान बनेगा।
उन्होंने आगे कहा कि जब भी इस टूर्नामेंट में बुलाया जाएगा, वह जरूर आएंगे। यह ग्राउंड सिर्फ मिट्टी का टुकड़ा नहीं, मेरी जिंदगी की यादों का हिस्सा है। जब भी यहां आता हूं, दिल गर्व और भावनाओं से भर जाता है।
समारोह में मौजूद खिलाड़ियों और दर्शकों ने भी कैफ के भाषण पर तालियों से स्वागत किया। कार्यक्रम के अंत में कैफ ने नीलम करवरिया कप की विजेता टीम को ट्रॉफी और पुरस्कार देकर शुभकामनाएं दीं।
