तहसील दिवस में राजस्व विभाग से 151, ब्लॉक से 46, पुलिस विभाग से 66, स्वास्थ्य विभाग से 01, शिक्षा विभाग से 03, समाज कल्याण से 09 अन्य विभाग से 62 व कुल मिलाकर 338 शिकायतें प्राप्त हुई। मजे की बात यह है कि तहसील दिवस में एक सज्जन आराम से कुर्सी पर बैठकर खर्राटे ले रहे थे उनसे पूछा गया कि आप किस विभाग से हैं तो वह कभी मेजा सीएचसी के डॉक्टर बताते तो कभी नलकूप विभाग के अफसर बताते रहे, यह नहीं पता चला कि कौन से विभाग से हैं। देखते देखते वह गायब हो गए। इसी तरीके से इटवा कला गांव का मामला आया जिसमें ग्राम पंचायत सेक्रेटरी को जब बुलाया गया तो वहां पर मौजूद ना होने के कारण एसडीएम ने फटकार लगाते हुए तुरंत एडीओ कोआपरेटिव विष्णु प्रभाकर मिश्रा से कहा कि जो-जो सेक्रेटरी नहीं आए हैं उनका अभी अटेंडेंस लेकर हमें रिपोर्ट करो।
मौके पर एसडीएम विनोद कुमार पांडे, तहसीलदार गजराज सिंह यादव, मत्स्य विभाग से शीला देवी, एडीओ कोआपरेटिव शंकर द्विवेदी उरुवा, एडीओ कोआपरेटिव विष्णु प्रभाकर मिश्रा मेजा, एडीओ पंचायत उरुवा सुदामा राम गावडे, मेजा थाना प्रभारी धीरेंद्र सिंह मौजूद रहे।