प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज के रेलवे स्टेशन के वेटिंग रूम मे इमाम ने जमात को नमाज पढ़ाई और रेलवे पुलिस देखती रही। लखनऊ के लूलू मॉल में नमाज को लेकर चल रहे विवाद के बीच प्रयागराज रेलवे स्टेशन के वेटिंग रूम में नमाज पढ़ने की खबर है। जानकारी के मुताबिक प्रयागराज जंक्शन स्टेशन के वेटिंग रूम में नमाज पढ़ी गई। आरोप है कि मौलाना बिहार के खगड़िया और सहरसा जिले से 15 नाबालिग बच्चों को महानंदा एक्सप्रेस से ले जा रहा था। मौलाना ने उन सभी बच्चों को प्रयागराज स्टेशन पर उतरवाकर नमाज पढ़ी तभी किसी ने उनका वीडियो बना लिया। आरपीएफ ने मौलाना और उन सभी नाबालिग बच्चों को पकड़ लिया है। पकड़े गए बच्चों स बाल कल्याण समिति पूछताछ कर रही है कि वो कहां के रहने वाले हैं और यहां तक कैसे पहुंचे हैं। बचपन बचाओ आंदोलन संस्था की सूचना पर प्रयागराज जंक्शन स्टेशन पर उतारा गया था। आरोप है कि वेटिंग रूम में आरपीएफ और जीआरपी के सामने ही मौलाना ने नमाज पढ़ाना शुरू कर दिया था लेकिन उन्हें किसी ने नहीं रोका। सार्वजनिक तौर पर धार्मिक क्रिया करने पर पूरी तरह पाबंदी है। इसके बावजूद मौलाना ने सार्वजनिक रूप से इन्हें तीन वक्त की नमाज पढ़ाई। इस दौरान वेटिंग रूम में मौजूद जीआरपील और आरपीएफ जवानों ने कोई कदम नहीं उठाया। आरोप है कि इन बच्चों को महानंदा एक्सप्रेस ट्रेन से मजदूरी के लिए दिल्ली लाया जा रहा था। खुद को इन बच्चों को गार्जियन बता रहे मौलाना से जब पूछताछ हुई तो उसने बताया कि वो इन बच्चों को फतेहपुर स्थित मदरसे में पढ़ाई के लिए ले जा रहा है। बाल कल्याण समिति के सदस्यों को आशंका है कि मौलाना झूठ बोल रहा है और बच्चों को मजदूरी के लिए दिल्ली ला रहा था। इन सभी बच्चों को चाइल्ड लाइन भेज दिया गया है साथ ही इनके परिवार वालों को भी जानकारी दे दी गई है। समिति का कहना है कि इनके परिजनों को आने पर बच्चों को उन्हें सौंप दिया जाएगा।