प्रयागराज (राजेश सिंह)। जाली अभिलेखों के आधार पर नौकरी करने के आरोप में बर्खास्त किया गया अपर शोध अधिकारी मंगलवार 6 सितंबर को भी ड्यूटी पर नजर आया। प्रतापगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अमरगढ़ में तैनात था। एक हिन्दी दैनिक समाचार पत्र टीम अभी वहां पहुंची तो वह अपनी सीट पर बैठकर फाइलों में तल्लीन नजर आया। उस पर हुई कार्रवाई के बारे में न उसे पता है और न ही वहां के अधीक्षक को ही इसकी जानकारी है। कौशांबी के सरसवा स्वास्थ्य केंद्र पर तैनाती के आधार पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने उसे बर्खास्त कर दिया है, लेकिन इस बात की जानकारी प्रतापगढ़ में विभाग के पास नहीं है। श्रवण कुमार यादव की पहली तैनाती 27 अप्रैल 1988 को बहराइच जनपद के मल्हीपुर स्वास्थ्य केंद्र में हुई थी। उसके बाद प्रयागराज, कौशांबी, बांदा, अमेठी और फिर जुलाई 2022 में अमरगढ़ में तैनात हुआ था। मूल रूप से प्रयागराज के अल्लापुर मोहल्ले का रहने वाला श्रवण कुमार अपने ऊपर हुई कार्रवाई से अनजान है। फोटो खींचे जाने लगी तो वह थोड़ा असहज हुआ लेकिन अपनी सीट पर जमा रहा। अमरगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डा. पंकज कुमार का कहना है कि उनको श्रवण कुमार पर हुई किसी कार्रवाई की जानकारी नहीं दी गई है। उच्च अधिकारियों का निर्देश आने के बाद कोई कदम उठाया जा सकता है।
प्रतापगढ़ के सीएमओ डा. जीएम शुक्ला कहते हैं कि कर्मचारी के रूप में काम कर रहे श्रवण कुमार पर हुई कार्रवाई की जानकारी अधिकृत रूप से नहीं हुई है। शासनादेश का इंतजार कर रहे हैं।