अयोध्या (राजेश सिंह)। अयोध्या में दीपोत्सव को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई हैं। दीपोत्सव का मुख्य पर्व 23 अक्तूबर को मनाया जाएगा जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। इस बार दीपोत्सव में मंदिर निर्माण की खुशी भी झलकेगी। पूरी अयोध्या में 20 लाख दीप जलाकर उल्लास प्रकट किया जाएगा। कोरोना संक्रमण के दौरान पिछले दो साल बंदिशों के चलते सीमित स्तर पर दीपोत्सव का कार्यक्रम हुआ था। इस बार स्थिति अनुकूल है, ऐसे में दीपोत्सव को ऐतिहासिक बनाने की तैयारी है। रामनगरी के मठ-मंदिर, चौक-चौराहों से लेकर घर-घर रोशन करने की योजना बन रही है। राम वनगमन मार्ग के मंदिरों में भी दीपक जलेंगे।
मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद 2020 व 2021 में हुए दीपोत्सव में भक्तों के उल्लास पर कोरोना संक्रमण ने पाबंदी लगा रखी थी। दीपोत्सव में आम लोगों के आने पर मनाही थी। इस बार न तो कोरोना काल है और न ही कोई बंदिश। इसके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी के भी दीपोत्सव में आने से दीपोत्सव को अलौकिक व अद्वितीय बनाने की तैयारियां जोरों पर हैं। अयोध्या को सजाने व संवारने का काम तेज हो गया है। राम की पैड़ी के आसपास के मंदिरों को एक रंग में रंगा जा रहा है।
दीपोत्सव में पीएम मोदी के आने की संभावना पर सांसद लल्लू सिंह ने कहा था कि यदि पीएम नरेंद्र मोदी आते हैं तो यह हम सबके लिए गौरवशाली क्षण होगा। पीएम मोदी के स्वागत के लिए पूरी अयोध्या तैयार है। कहा कि उनका कार्यक्रम पीएमओ तय करता है, हमारे पास कोई पुष्ट सूचना नहीं है। फिर भी पीएम मोदी अयोध्या आ रहे हैं तो दीपोत्सव व राममंदिर निर्माण की खुशी कई गुना बढ़ जाएगी।