श्रीनगर, एजेंसी। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आज यहां शेरे कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर एसकेआइसीसी में जी-20 पर्यटन कार्यसमूह का सम्मेलन शुरु हो रहा है। तीन दिन तक चलने वाले इस सम्मेलन में जी-20 सदस्य राष्ट्रों में 17 और आमंत्रित अतिथि देशों में से आठ राष्ट्रों समेत कुल 25 देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। कश्मीर घाटी में वर्ष 1986 के बाद यह अपनी तरह का पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय आयोजन है। डल झील में नौंसेना का मार्कोस दस्ता और सीआरपीएफ के वाटर विंग के जवान तैनात किए गए हैं।
तीसरी G20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप मीटिंग में सभी आमंत्रित देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों की भागीदारी गुजरात के कच्छ के रण और पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में आयोजित पिछली दो बैठकों की तुलना में सबसे अधिक होगी।
ललित ग्रैंड होटल में मेहमानों के स्वागत में कश्मीरी लोकनर्तकियों ने कश्मीर के मशहूर लोकगीत कराल कूरी काला करेई कुसमन पर कश्मीरी नृत्य रौफ पेश किया।
केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी के साथ अमिताभ कांत जी-20 सम्मेलन में भाग लेने के लिए 122 डेलगेट एयर एशिया की एक चार्टड विमान सेवा के जरिए दिल्ली से श्रीनगर पहुंचे हैं। श्रीनगर एयरपोर्ट पर मेहमानों का स्वागत जी-20 की संयुक्त सचिव भावना सक्सेना और जम्मू कश्मीर के अतिरिक्त महानिदेशक सुरक्षा और मंडलायुक्त कश्मीर व पर्यटन सचिव व अन्य अधिकारियों ने किया।
G20 मीट के लिए पहुंचे प्रतिनिधियों का श्रीनगर एयरपोर्ट पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया। तीसरी टीडब्ल्यूजी बैठक 22-24 मई, 2023 को श्रीनगर में आयोजित की जा रही है। श्रीनगर में जी20 पर्यटन शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए विभिन्न देशों के प्रतिनिधि श्रीनगर पहुंचे।