16 अगस्त को होगी अहम बैठक
प्रयागराज (राजेश सिंह)। महाकुंभ-2025 को बसाने की रूपरेखा तैयार कर ली गई है। फाफामऊ से अरैल के बीच करीब 4800 हेक्टेयर में तंबुओं की लोक लुभावन नगरी बसाई जाएगी। यह क्षेत्रफल पिछले कुंभ की तुलना में डेढ़ गुना अधिक है। 16 अगस्त को मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में होने वाली शीर्ष समिति की बैठक में अस्थायी कार्यों का प्रस्ताव रखा जाएगा।
इस बार महाकुंभ की तैयारियां अनुमानित 40 करोड़ श्रद्धालुओं की आवाजाही को ध्यान में रखकर की जा रहीं हैं। लखनऊ में प्रस्तावित मुख्य सचिव की बैठक से पहले महाकुंभ के अस्थायी कार्यों का खाका खींच लिया गया है। पीडब्ल्यूडी के कुंभ मेला डिवीजन की ओर से अस्थायी कार्यों का प्रस्ताव मेलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत कर दिया गया है।
इस बार 549 करोड़ रुपये की लागत से पांटून पुल, चकर्ड प्लेट वाली सड़कें और अस्थायी पुलिया के निर्माण कराए जाएंगे। पिछली बार 3200 हेक्टेयर क्षेत्रफल में कुंभनगरी बसाई गई थी। इस बार 4800 हेक्टेयर भूमि पर महाकुंभ बसाया जाएगा।