मिर्जापुर (राजेश सिंह)। मिर्जापुर में कैश वैन लूट व हत्याकांड मामले में शासन ने सीओ नगर परमानंद कुशवाहा को भी निलंबित कर दिया है। सीओ नगर पर लापरवाही से कार्य करने का आरोप है। अभी तक एएसपी नगर श्रीकांत प्रजापति व सीओ नगर डीजीपी मुख्यालय से अटैच चल रहे थे, लेकिन घटना के राजफाश में देरी होने पर शासन ने सीओ नगर को भी निलंबित कर दिया। घटना में सीओ समेत अबतक पांच पुलिस कर्मी निलंबित हो चुके हैं। शासन ने नगर के बेलतर स्थित एक्सिस बैंक के बाहर 12 सितंबर हो कैश वैन के गार्ड जय सिंह की गोली मारकर हत्या व कैशियर रजनीश मौर्या, अखिलेश सिंह को घायल कर लूटे गए 35 लाख 30 हजार रुपये के मामले में अब उच्चाधिकारियों पर कार्रवाई करना शुरू कर दिया है।
अभी तक निचले स्तर के कर्मचारियों पर कार्रवाई की जा रही थी, लेकिन अब उच्चाधिकारियों पर गाज गिरनी शुरू हो गई है। शासन ने एएसपी सिटी श्रीकांत प्रजापति व सीओ नगर परमानंद कुशवाहा को इस घटना में डीजीपी मुख्यालय से गत दिनों संबंद्ध कर दिया था।
पुलिस को एक सप्ताह के अंदर घटना का राजफाश करने का निर्देश दिया था। ऐसा नहीं करने पर उच्चाधिकारियों पर भी कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी। एक सप्ताह बाद भी घटना का राजफाश नहीं हुआ तो गुरुवार की देर रात सीओ नगर परमानंद कुशवाहा को भी निलंबित कर दिया।
सीओ नगर पर लापरवाही से कार्य करने का आरोप लगाया गया है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री लूट व हत्याकांड की घटना का राजफाश करने में हो रही देरी पर नाराजगी जताई है। उनकी नाराजगी के चलते सीओ नगर को निलंबित किया गया।
इसके पूर्व पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने गत दिनों कटरा कोतवाल वेंकटेश तिवारी, डंकीनगंज चौकी इंचार्ज अनिल विश्वकर्मा, आरक्षी जय प्रकाश व 112 नंबर के हेड कांस्टेबल श्रवण कुमार को लापरवाही से कार्य करने पर निलंबित किया था। जबकि एएसपी व सीओ नगर को डीजीपी मुख्यालय से संबंद्ध कर दिया गया था।