प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज के गंगानगर के सोरांव थाने में युवक की पिटाई और बर्बरता का आरोप लगाते हुए बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने सोरांव थाने का घेराव कर लिया। थाने के सामने प्रयागराज-प्रतापगढ़ हाईवे पर जाम लगा दिया गया है। इससे आवागमन बाधित हो गया है। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए मौके पर कई थानों की फोर्स पहुंच गई है। ग्रामीण आरोपी पुलिसकर्मी को मौके पर बुलाने पर अड़े हुए हैं।
सोरांव थाना क्षेत्र के अहीबीपुर दाउदपुर नेवादा गांव के रहने वाले एक व्यक्ति की लड़की तकरीबन 10 दिन पूर्व गायब हो गई थी। जिसे लेकर गुमशुदगी की रिपोर्ट लड़की के पिता ने सोरांव थाने में दर्ज कराई थी। जिसके मद्देनजर सोरांव थाने के हल्का उप निरीक्षक अपने हमराही के साथ शनिवार सुबह धर्मेंद्र पुत्र चंद्रपाल के घर पहुंच कर गुमशुदा हुई लड़की के बारे में पूछताछ करने के लिए थाने बुलाया था। धर्मेंद्र अपने बड़े भाई सुजीत कुमार के साथ थाने पहुंचा तो हल्का उप निरीक्षक ने धर्मेंद्र को पूछताछ करने के लिए थाने में बैठा लिया और उसके भाई को सुजीत को बाहर कर दिया था। सुजीत अपने भाई धर्मेंद्र को थाने से बाहर निकलने के लिए काफी इंतजार करता रहा लेकिन वह बाहर नहीं आया। जिसके बाद उसने अपने गांव के प्रधान पति को थाने पर बुलाया। प्रधानपति के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने धर्मेंद्र को छोड़ दिया।
एसीपी सोरांव द्वारा दी गई बाइट
परिजनों का आरोप है कि धर्मेंद्र जब थाने से घर पहुंचा तो उसकी हालत खराब हो गई। देखते ही देखते उसकी हालत गंभीर हो गई। वह चल फिर नहीं पा रहा था। परिजन रविवार को सुबह धर्मेंद्र को थाने पर लेकर पहुंचे और थाने में पिटाई की शिकायत की। पुलिस ने धर्मेद्र को अस्पताल में भर्ती कराया। हालत नाजुक होने पर उसे एक निजी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने थाने में धर्मेंद्र की बेरहमी से पिटाई की है।
घटना से आक्रोशित ग्रामीण सोमवार को थाने पर पहुंचे और आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर थाने के सामने प्रतापगढ़-प्रयागराज मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारे बाजी की। इससे सड़क पर आवागमन बाधित हो गया है। कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई है। आक्रोशित ग्रामीण आरोपी पुलिसवाले के साथ भी उसी तरह का व्यवहार करने की मांग कर रहे हैं। चक्कजाम दो घंटे से चल रहा है।