- विभिन्न विभागों के बीच समन्वय से अभियान को गति मिलेगी
मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
संचारी रोगों के खिलाफ योगी सरकार की मुहिम अक्तूबर माह में भी जारी रहेगी। 3 अक्तूबर से 31 अक्तूबर तक प्रदेश भर में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक अभियान (16 से 31 अक्तूबर) के तहत विशेष सतर्कता बरती जाएगी। खास बात ये है कि इस पूरे अभियान की प्रतिदिन निगरानी और रिपोर्टिंग होगी तथा शिथिलता या लापरवाही बरतने वाले उत्तरदायी कर्मियों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई भी की जाएगी। उक्त बातें सीएचसी मेजा के वरिष्ठ डॉक्टर समीम अख्तर ने एक वार्ता के दौरान कही।उन्होंने कहा की संचारी रोगों की रोकथाम के लिए अपने आस पास का वातावरण साफ सुथरा रखें।परिवार में किसी भी सदस्य को कोई दिक्कत हो तत्काल तरल पदार्थ का इस्तेमाल करें और शीघ्र डॉक्टर से संपर्क करें।उल्लेखनीय है कि प्रदेश में संचारी रोगों व दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण व रोकथाम के लिए योगी सरकार ने कई विभागों के समन्वय से विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान और दस्तक अभियान संचालित कर रही है। इसमें न सिर्फ संचारी रोगों को फैलने से रोकने की कार्यवाही की जा रही है, बल्कि पीड़ित रोगियों के इलाज की भी समुचित व्यवस्था की गई है। डॉक्टर समीम ने बताया कि प्रदेश में 3 अक्टूबर से 31 अक्टूबर के मध्य विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं 16 से 31 अक्टूबर तक दस्तक अभियान का प्रभावी संचालन किया जाना है। उन्होंने बताया कि शासन की मंशा है कि निर्धारित माइक्रोप्लान के अनुसार अभियान के दौरान प्रतिदिन गतिविधियों का संचालन सुनिश्चित हो। साथ ही प्रतिदिन संपन्न गतिविधियों की सूचना निदेशालय के गूगल लिंक पर अनिवार्य रूप से प्रेषित की जाएं। विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान के प्रभावी संचालन के लिए योगी सरकार ने विशेष रणनीति बनाई है। कई विभागों के बीच समन्वय से इस अभियान को आगे बढ़ाया जा रहा है। इन विभागों में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज विभाग, शिक्षा विभाग, नगर निगम, शहरी विकास, कृषि विभाग, पशु पालन विभाग, दिव्यांग कल्याण, स्वच्छ भारत मिशन, सूचना विभाग, संस्कृति विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है। वहीं, यूनिसेफ, पाथ, डब्ल्यूएचओ एनपीएसपी, टाटा ट्रस्ट, प्लान इंडिया और गोदरेज सीएसआर न सिर्फ बतौर पार्टनर इस अभियान से जुड़े हैं।