प्रयागराज (राजेश सिंह)। रिश्वत लेकर पोस्टिंग कराने संबंधी ऑडियो लीक मामले में फंसे इंस्पेक्टर संजय सिंह व दरोगा सुनील राय को जल्द ही निलंबित किया जाएगा। इस संबंध में भ्रष्टाचार निवारण संगठन(एसीओ) की प्रयागराज इकाई की ओर से जल्द ही रिपोर्ट संबंधित जनपदों/इकाईयों में भेजी जाएगी। इसके अलावा रिटायर डिप्टी एसपी के खिलाफ विवेचना में सामने आए तथ्यों के आधार पर कार्रवाई होगी।
चार दिन पहले एसीओ के प्रयागराज स्थित थाने में इंस्पेक्टर, दरोगा समेत तीन लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। मामला 2017 में ऑडियो लीक होने से संबंधित है जिसमें प्रयागराज के तत्कालीन एसएसपी के स्टेनो इंस्पेक्टर देशराज सिंह, गोपनीय कार्यालय में तैनात दरोगा सुनील राय व इंस्पेक्टर संजय कुमार सिंह के बीच बतौर थानेदार पोस्टिंग को लेकर रुपयों के लेनदेन से संबंधित बातचीत थी। संजय कुछ महीनों पहले तक अमेठी में तैनात थे, लेकिन अब उनका ट्रांसफर हो चुका है। वहीं दरोगा सुनील राय का कुछ महीनों पहले ही प्रतापगढ़ से सीबीसीआईडी में तबादला हो चुका है। जबकि देशराज डिप्टी एसपी पद से रिटायर हो चुके हैं।
सूत्रों का कहना है कि इंस्पेक्टर व दरोगा के खिलाफ जल्द ही एसीओ की ओर से उनके तैनाती जनपद/इकाईयों में रिपोर्ट भेजी जाएगी। जिसके बाद उनका निलंबन होगा। वहीं देशराज के खिलाफ विवेचना में सामने आए तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
सूत्रों का कहना है कि ऑडियो में एक नहीं बल्कि दो थानों में बतौर थानेदार पोस्टिंग को लेकर बातचीत सामने आई थी। इनमें से एक थाना हंडिया जबकि दूसरा थाना घूरपुर था। अक्तूबर 2017 में यह मामला सामने आया था जिसके बाद तत्कालीन आईजी रेंज प्रयागराज रमित शर्मा ने प्रकरण की जांच प्रतापगढ़ के तत्कालीन एसपी शगुन गौतम को सौंपी थी। नवंबर में एसपी ने जांच रिपोर्ट दी जिसमें ऑडियो सही पाए जाने की पुष्टि की गई।
यह रिपोर्ट डीजी मुख्यालय को भेजी गई। दिसंबर में मुख्यालय से मामले की जांच भ्रष्टाचार निवारण संगठन को सौंप दी गई थी। इस दौरान संजय कुमार सिंह दारागंज थाने के प्रभारी थे जिन्हें हटा दिया गया था। सूत्रों का कहना है कि इस मामले में एक और दरोगा का नाम सामने आया था और उससे तब माघ मेले के कल्पवासी थाने का चार्ज छीन लिया गया था। कुछ साल बाद इसी दरोगा पर आय से अधिक संपत्ति का मामला भी घूरपुर थाने में दर्ज कराया गया था।