Ads Area

Aaradhya beauty parlour Publish Your Ad Here Shambhavi Mobile

माता -पिता की सेवा व सामाजिकता ही धर्म का मूल है - धनंजय जी महाराज

 

Svnews

मेजा,प्रयागराज। (पवन तिवारी)

श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन भक्त प्रहलाद प्रसंग सुनाया गया। कथा व्यास पंडित धनंजय जी महाराज ने क्षेत्र के बोलन नाथ धाम से एक किमी पूरब मेजा - मांडा वाली सड़क पर गुनई स्थित पप्पू तिवारी के आवास पर आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में कहा कि भक्त प्रहलाद ने माता कयाधु के गर्भ में ही नारायण नाम का मंत्र सुना था। जिसके सुनने मात्र से भक्त प्रहलाद के कई कष्ट दूर हो गए थे। कथा का आगाज गुरु वंदना के साथ किया गया। इसके उपरांत उन्होंने भगवान श्री कृष्ण की पावन लीलाओं का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि बच्चों को धर्म का ज्ञान बचपन में दिया जाना चाहिए। वह जीवन भर उसका ही स्मरण करता है। ऐसे में बच्चों को धर्म व आध्यात्म का ज्ञान दिया जाना चाहिए। माता-पिता की सेवा व प्रेम के साथ समाज में रहने की प्रेरणा ही धर्म का मूल है। अच्छे संस्कारों के कारण ही ध्रुव  को पांच वर्ष की आयु में भगवान का दर्शन प्राप्त हुआ। संगीतमय कथा सुनकर पांडाल में उपस्थित श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। प्रधान यजमान आयोजक रामकैलाश उर्फ पप्पू तिवारी की मां बेलाकली तिवारी ने भक्ति भाव से आरती की। तत्पश्चात प्रसाद वितरण किया गया।हारमोनियम पर प्रभाकर मिश्र, तबले पर कौशल किशोर भट्ट और बिंजो पर कृष्ण कुमार ने संगत दी। इस अवसर पर विद्याकांत तिवारी,

मंगला तिवारी,पन्ने पांडेय,लालजी तिवारी,आशीष कुमार यादव, लालबलि दुबे,भोला पाठक, दीना पाठक,रामानुज दुबे,ओमप्रकाश मिश्र,रमाशंकर कुशवाहा,नरेश तिवारी,डाक्टर तिवारी,राधेश्याम तिवारी और इंद्र कुमार तिवारी आदि मौजूद रहे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad