प्रयागराज की ठंड ने शिमला, कुल्लू और मनाली को छोड़ा पीछे
प्रयागराज (राजेश सिंह)। ठंड को लेकर प्रयागराज और पहाड़ों के बीच मुकाबला चल रहा है। सोमवार को प्रयागराज ने ठंड के मामले में शिमला, कुल्लू और मनाली जैसे ठंडे क्षेत्रों को भी पीछे कर दिया। प्रयागराज का तापमान रविवार की तुलना में पांच डिग्री लुढ़कते हुए सामान्य से 11 डिग्री नीचे पहुंच गया। पहले रात के तापमान ने गोता लगाया फिर दिन में भी सूर्य ने निगाहें फेर ली। इसकी वजह से प्रयागराज भीषण गलन की गिरफ्त में आ गया। मौसम विज्ञानियों ने मंगलवार का न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस से भी नीचे पहुंचने की आशंका व्यक्त की है। वहीं अगले एक सप्ताह तक ठंड से राहत की उम्मीद कम है।
प्रयागराज का अधिकतम तापमान 12.8 डिग्री सेल्यियस दर्ज किया गया, जबकि यह रविवार को 17.9 डिग्री सेल्यियस था। सोमवार को शिमला का अधिकतम तापमान 13.8 डिग्री सेल्सियस, धर्मशाला का 17, कुल्लू का 19.8, मनाली का 13.5 और शिमला का 13.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम का मिजाज रविवार की रात ही बिगड़ने लगा था क्योंकि दिन में चटक धूप खिली पर सूर्यास्त के बाद ही गलन हावी हो गई। इसकी वजह से सोमवार का न्यूनतम तापमान 6.3 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया जबकि रविवार को यह 8.8 डिग्री सेल्सियस था। पूरे दिन लोग भीषण ठंड से कांपते रहे। दिन में सूर्य के दर्शन नहीं हुए पर शाम को सूर्यदेव हल्की झलक दिखाकर गायब हो गए। जगह-जगह अलाव जलाकर लोग ठंड से बचने का प्रयास करते रहे और रात को गलन ने भीषण रूप धर लिया।
मौसम विभाग के मानें तो अगले चार दिन का हल्का कोहरा रहेगा। दोपहर में धूप खिल सकती है पर ठंड से अभी राहत नहीं मिल सकेगी। यूरोप से आ रही ठंडी हवाओं की वजह से अभी गलन बनी रहेगी। पहाड़ों पर भी बर्फबारी हो सकती है। ऐसे में इसका असर मैदानों पर पड़ेगा।इवि में जलवायु की एवं समुद्र अध्ययन केंद्र के प्रमुख प्रो. सुनीत द्विवेदी ने बताया कि 23 और 24 जनवरी को तापमान काफी कम रहेगा। इसके बाद मामूली बढ़ोतरी की संभावना है पर ठंड से जनवरी में राहत की उम्मीद कम है।