प्रयागराज (राजेश सिंह)। हॉट सीटों में शुमार फूलपुर और इलाहाबाद लोकसभा सीटों पर भाजपा के टिकट के लिए दावेदारों ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है। तिराहों-चौराहों पर पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ की तस्वीरों के साथ होर्डिंग-पोस्टर वार में जुटे दावेदारों की लंबी सूची है। कई नेताओं ने जहां मंत्रियों और संगठन के पदाधिकारियों से करीबी रिश्ते जोड़ने शुरू कर दिए हैं तो कई दावेदारों ने दिल्ली में डेरा डाल दिया है।
हालांकि, हाल में ही सुल्तानपुर में हुई संगठन के शीर्ष पदाधिकारियों की बैठक में तीन-तीन नामों के पैनल पर चर्चा हो चुकी है। कहा जा रहा है कि विचार परिवार की सहमति से जल्द ही नामों का एलान कर दिया जाएगा। भाजपा ने फूलपुर और इलाहाबाद दोनों सीटों पर त्रिस्तरीय सर्वे कराया है। इसमें विचार परिवार (संघ) की ओर से अलग सर्वे कराया गया है। हाल में ही कोर कमेटी की सुल्तानपुर में हुई बैठक में विचार परिवार की शीर्ष पदाधिकारियों की मौजूदगी में काशी प्रांत की सभी 14 लोकसभा सीटों पर जिताऊ नामों के पैनल पर चर्चा की जा चुकी है।
सेंट्रल इलेक्शन कमेटी इसी रिपोर्ट के आधार पर अब टिकट की सूची को अंतिम रूप देगी।राज्यों की कोर कमेटी के साथ बैठक कर संभावित उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा कर ली गई है। बीजेपी ने उस नेता को टिकट देने का निर्णय लिया है जिसके जीतने की संभावनाएं सबसे अधिक है। अगर जीतने की स्थिति में दूसरे दल का नेता है तो उसे बीजेपी में लाने की कोशिश की जाएगी। इसके लिए बाकायदा राज्य और शीर्ष स्तर पर कमेटी भी बना दी गई है। राष्ट्रीय स्तर पर बनी सर्वे कमेटी के निरंजन कुलकर्णी यहां की नब्ज टटोलकर जा चुके हैं।
फिलहाल इलाहाबाद संसदीय सीट से मौजूदा सांसद रीता बहुगुणा जोशी, अभिलाषा गुप्ता नंदी, आचार्य हरिकृष्ण शुक्ल, नीलम करवरिया, डॉ. एलएस ओझा के नाम प्रमुखता से शामिल हैं। इनमें कई दावेदार दिल्ली की दौड़ लगा रहे हैं। इस बीच ईडी के सेवानिवृत्त निदेशक संजय मिश्र और केपी ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ. सुशील सिन्हा के भी नाम रेस में शामिल हो गए हैं। इसी तरह फूलपुर सीट से सांसद केशरी देवी पटेल के अलावा उनके पुत्र दीपक पटेल, विक्रम पटेल, फूलपुर के विधायक प्रवीण पटेल टिकट की दौड़ में शामिल हैं।