प्रदेश में पहली बार संचालित होंगे यह कोर्स
प्रयागराज (राजेश सिंह)। युवाओं को उद्योगों की मांग के अनुरूप कुशल बनाने के लिए प्रदेशभर में 150 टाटा आईटीआई का निर्माण लगभग पूरा हो गया है। इन आईटीआई में एक और दो वर्षीय छह तरह के कोर्स संचालित होंगे। पहली बार प्रदेश में यह कोर्स चलेंगे। कंपनियों की मांग को देखते हुए इन कोर्स का निर्माण किया गया है। आसार है कि जुलाई से इन कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो जाए। यहां से पढ़कर निकलने वालों को रोजगार मिलने की संभावना ज्यादा होगी।
प्रदेश के हर जिले में आईटीआई है। वहां से प्रत्येक वर्ष हजारों युवा प्रशिक्षित होकर निकल रहे हैं, लेकिन रोजगार पाने वालों का प्रतिशत कम है। नए दौर के मांग के अनुरूप कोर्स न होने के कारण तमाम युवा रोजगार से वंचित हो रहे हैं। प्रदेश के युवाओं को उद्योगों की मांग के अनुरूप प्रशिक्षित करने के लिए प्रदेश सरकार और टाटा के बीच पिछले वर्ष समझौता हुआ। इसमें टाटा की ओर से प्रदेश के हर जिले में चार-चार करोड़ रुपये की लागत से दो-दो आईटीआई का निर्माण करवाया जा रहा है।
प्रयागराज में नैनी और कटरा में निर्माण अंतिम चरण में है। ऐसे ही हर जिले की सरकारी आईटीआई परिसर में ही इसका निर्माण हो रहा है। प्रत्येक आईटीआई में पढ़ाने के लिए टाटा की ओर से दो-दो प्रशिक्षक रहेंगे। इसके अलावा आईटीआई के चार-चार शिक्षकों को पिछले दिन नए कोर्स का प्रशिक्षण दिया गया है। सभी संस्थानों के लिए टाटा की ओर से इलेक्टि्रक वाहन, कंप्यूटर, रोबोट, मशीन आदि उपकरण प्रैक्टिकल के लिए भेजे गए हैं।
इन कोर्स की होगी पढ़ाई
इलेक्ट्रिक वाहन मैकेनिक, एडवांस कंप्यूटर न्यूमेरिक कंट्रोल मशीनिंग और बेसिक डिजाइन आफ वर्चुअल वेरिफिकेशन कोर्स दो- दो वर्ष के होंगे। इंडस्ट्रियल रोबोटिक्स एंड डिजिटल मैन्युफैक्चरिंग, आर्टिसन यूजिंग एडवांस टूल और मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस कंट्रोल एंड आटोमेशन कोर्स एक-एक वर्ष के होंगे। 10 वर्ष तक यह कोर्स टाटा के सहयोग से चलेंगे। उसके बाद इसको चलाने की जिम्मेदारी आईटीआई की होगी। वर्तमान में इस तरह के कोर्स बंगलूरू, गुजरात और महाराष्ट्र की कुछ आईटीआई में चल रहे हैं।