प्रयागराज (राजेश सिंह)। पूर्व सपा विधायक परवेज अहमद टंकी पर एक दिन पहले दर्ज मुकदमे की विवेचना विशेष टीम करेगी। मामला पूर्व विधायक से जुड़ा होने के चलते ही यह निर्णय लिया गया है। जल्द ही यह टीम गठित की जाएगी। करेली थाने में दर्ज इस मुकदमे की विवेचना के लिए एक इंस्पेक्टर व दो एसआई की टीम बनाई जा सकती है।
करेली थाने में एक दिन पहले प्लाट के नाम पर 1.10 लाख रुपये लेकर हड़प कर जाने और रुपये वापस मांगने पर गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी देने के आरोप में यह केस दर्ज किया गया है। इसमें दो अज्ञात भी आरोपी बनाए गए हैं। सूत्रों का कहना है कि मामला पूर्व विधायक से जुड़ा होने के कारण इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है। यही वजह है कि विवेचना विशेष टीम से कराए जाने की तैयारी है। फिलहाल, विवेचना एक एसआई को आवंटित की गई है। हालांकि, सूत्रों की मानें तो जल्द ही विशेष टीम का गठन कर विवेचना उसे सौंपी जा सकती है।
पूर्व सपा विधायक पर कुल आठ मुकदमे दर्ज हैं। उन पर पहला मुकदमा 2001 में हत्या के प्रयास व रंगदारी मांगने के आरोप में दर्ज हुआ। करेली में एक दिन पहले दर्ज केस से पूर्व आखिरी मुकदमा 2019 में हुआ था। 2008 में उन पर गुंडा एक्ट की भी कार्रवाई हो चुकी है। उन पर अपहरण, हत्या के प्रयास समेत अन्य धाराओं के मुकदमे दर्ज हैं। 2007 में धोखाधड़ी में वह माफिया अतीक के भाई अशरफ संग नामजद हुए थे। इसमें उनके खिलाफ चार्जशीट भी हुई। हालांकि, कोर्ट से वह बरी कर दिए गए। बाद में इस फैसले के विरोध में पुलिस की ओर से अपील भी की गई। सूत्रों का यह भी कहना है कि उनके खिलाफ फिर से निरोधात्मक कार्रवाई की जा सकती है।
यह है मामला
अतरसुइया निवासी मोहम्मद अब्बास ने आरोप लगाया है कि छह महीने पहले पूर्व विधायक को प्लाट खरीदने के लिए 1.10 लाख रुपये दिए थे। हालांकि,ना उसे प्लाट दिया गया और ना ही उसका रुपया वापस किया गया। आरोप है कि 20 दिन पहले रास्ते में पूर्व विधायक अपने दो अन्य साथियों के साथ गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी।