प्रयागराज (राजेश सिंह)। सिपाही भर्ती की शुक्रवार से शुरू हो गई। परीक्षा को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। अभ्यर्थियों पर नजर रखने के लिए कुल 950 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। यानी हर 24 अभ्यर्थियों पर एक कैमरा निगरानी रखेगा। बृहस्पतिवार देर रात से ही रेलवे स्टेशनों और बस अड्डे पर अभ्यर्थियों की भीड़ उमड़ पड़ी। यूपी रोडवेज ने परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए बसों से फेरे बढ़ा दिए हैं। शासन ने किराया भी माफ कर दिया है। प्रवेश पत्र दिखाने पर अभ्यर्थियों से बसों में किराया नहीं लिया जा रहा है।
पुलिस अफसरों ने परीक्षा को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए सुरक्षा योजना बनाई है। 63 परीक्षा केंद्रों पर करीब 600 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। यानी हर एक केंद्र पर कुल आठ पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा एक मजिस्ट्रेट भी तैनात किया गया है। यह परीक्षा 23, 24, 25, 30 और 31 अगस्त तक होगी। पांच दिन में होने वाली इस परीक्षा में सवा दो लाख अभ्यर्थी शामिल होंगे। पहली पाली की परीक्षा सकुशल संपन्न हो गई। 22,000 से ज्यादा अभ्यर्थियों को बुलावा पत्र भेजा गया थाी। नोडल अधिकारी डीसीपी आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि फिलहाल कहीं किसी प्रकार की गड़बड़ी की सूचना नहीं है।
इन-इन जगहों से होगी निगरानी
परीक्षा केंद्रों पर संदिग्ध अभ्यर्थियों पर नजर बनाए रखने के लिए आईपी कैमरे का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस कैमरे की खासियत है कि जो डाटा प्राप्त करता है और उसे आसानी से भेजता है। इस कैमरे के माध्यम से नोडल अफसर डीसीपी आशुतोष द्विवेदी, पुलिस लाइन कंट्रोल रूम और लखनऊ स्थित पुलिस मुख्यालय कंट्रोल रूम से निगरानी रखी जाएगी।
संदिग्ध के पकड़े जाने पर तुरंत एफआईआर
पुलिस अफसरों ने बताया कि परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए खुफिया विभाग को सक्रिय कर दिया गया है। अगर इस परीक्षा में कोई भी संदिग्ध पकड़ जाता है तो उसके खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज की जाएगी।
विभिन्न स्थलों पर बने परीक्षा केंद्र- 63
एक पाली में अभ्यर्थियों की संख्या- 22,872
केंद्रों की सुरक्षा लिए तैनात पुलिसकर्मी- 600
परीक्षा केंद्रों पर कुल कैमरों की संख्या- 950
दो पालियों में होगी परीक्षा- 10 से 12 और 3 से 5 बजे तक
इस परीक्षा में शुक्रवार को पहले दिन 45 हजार से अधिक अभ्यर्थियों के आने की संभावना है। इसे देखते हुए सभी केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था को चौकन्ना किया गया है। साथ ही आधार के दस्तावेजों का मिलान नहीं होने पर केवाईसी करवाई जाएगी, लेकिन अगर कोई फर्जी दस्तावेजों के साथ पकड़ा गया तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी। - आशुतोष द्विवेदी, डीसीपी, नोडल