रॉयटर्स, वाशिंगटन। अमेरिका और ईरान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के बाद श्रेजीम चेंजश् (शासन परिवर्तन) की संभावना पर सवाल उठाया है। वहीं, ईरान ने अपनी परमाणु साइट्स पर हुए हमलों का बदला लेने की चेतावनी दी है।
ट्रंप ने शासन परिवर्तन पर उठाया सवाल
रविवार को ट्रंप ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, ष्रेजीम चेंज कहना आज के समय में राजनीतिक रूप से सही नहीं माना जाता, लेकिन अगर मौजूदा ईरानी सरकार ईरान को फिर से महान नहीं बना सकती, तो शासन परिवर्तन क्यों न हो? इस बयान के एक दिन पहले अमेरिका ने ईरान की फोर्दाे न्यूक्लियर साइट के ऊपर के पहाड़ पर 30,000 पाउंड के बंकर-बस्टर बम गिराए थे। ट्रंप ने इस हमले को शानदार सैन्य सफलता बताया।
ईरान-इजरायल के बीच बढ़ते हमले
ईरान और इजरायल के बीच मिसाइल हमले तेज हो गए हैं। पश्चिमी ईरान में हुए एक विस्फोट में छह सैनिकों की मौत हो गई, वहीं ईरान द्वारा किए गए हमलों में तेल अवीव में कई लोग घायल हुए और इमारतें ध्वस्त हो गईं। अमेरिकी विदेश विभाग ने लेबनान में अपने कर्मचारियों के परिवारों को तुरंत बाहर निकलने का आदेश दिया है और अन्य देशों में रह रहे अमेरिकी नागरिकों को सतर्क रहने और यात्रा से बचने की सलाह दी है।
अमेरिका में अलर्ट
अमेरिकी धरती पर भी खतरे की आशंका को देखते हुए होमलैंड सिक्योरिटी विभाग ने देश में उच्च खतरे की स्थिति की चेतावनी जारी की है। बड़े शहरों में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है और धार्मिक, सांस्कृतिक और राजनयिक स्थलों पर सुरक्षा कड़ी की गई है। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराकची ने इस्तांबुल से बयान देते हुए कहा, ष्जब तक हम जवाब नहीं देंगे, तब तक कोई कूटनीति नहीं होगी। अमेरिका सिर्फ धमकी और ताकत की भाषा समझता है।ष्
परमाणु साइट पर असर
संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी एजेंसी प्।म्। ने पुष्टि की है कि अमेरिका के हमलों के बाद ईरान की फोर्दाे, नतांज और इस्फहान साइट्स पर कोई रेडिएशन लीक नहीं हुआ है। हालांकि, उपग्रह तस्वीरों में फोर्दाे साइट के ऊपर के पहाड़ों में गड्ढे दिख रहे हैं, लेकिन जमीन के नीचे हुए नुकसान का अब तक खुलासा नहीं हुआ है।