प्रयागराज (राजेश सिंह)। बच्चे का जन्म होने पर उसके दो सिर ‘इन्सेफलोसेल’ देखकर माता-पिता के होश उड़ गए थे। पहले फतेहपुर फिर कानपुर में डॉक्टरों ने इलाज से हाथ खड़े कर दिए तो नारायण स्वरूप अस्पताल मुंडेरा से उन्हें बड़ी राहत मिली। यहां डॉक्टरों ने शल्य चिकित्सा करते हुए बच्चे के वास्तविक सिर के उस हिस्से को अलग कर दिया जो निष्क्रिय था। डॉक्टरों के अनुसार बच्चा अब स्वस्थ है।
अस्पताल के संचालक डॉ. राजीव सिंह ने बताया कि खागा फतेहपुर की रहने वाली रचना ने नौ दिसंबर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खागा में बेटे को जन्म दिया था। बच्चा दो सिर वाला पैदा हुआ। रचना के पति पवन कुमार बच्चे को जिला अस्पताल ले गये। वहां इलाज न होने पर कानपुर के बड़े निजी अस्पताल ले गए। राहत वहां भी नहीं मिली।
ऑपरेशन में लगे चार घंटे
थक हार कर परिवार बच्चे को नारायण स्वरूप अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां डॉ. राजीव सिंह, पीडियाट्रिक सर्जन डा. जेके सिंह, न्यूरो सर्जन डा. नितेश सिंह आदि ने ऑपरेशन किया। करीब चार घंटे में इन डॉक्टरों ने सिर से जुड़े हुए दूसरे हिस्से को अलग किया।