जयपुर से संगम में स्नान करने आए श्रद्धालु राजकुमार प्रतापति ने बताया कि यहां व्यवस्था बेहद अच्छी है। इतनी भीड़ होने के बाद भी किसी प्रकार की असुविधा का सामना उन्हें नहीं करना पड़ा। निश्चित तौर पर इसके लिए सीएम योगी बधाई के पात्र हैं। वहीं, मुंबई से आई भाविका शाह ने कहा कि माघ पूर्णिमा पर स्नान करना विशिष्ट अनुभव रहा। जब हम यहां आ रहे थे तो मन में कई प्रकार की शंकाएं थीं मगर यहां आकर किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा। घाटों पर भारी भीड़ में भी ब्रीदेबल स्पेस है, चेंजिंग रूम भी प्रॉपर हैं। इतना बड़ा क्राउड मैनेज करना बहुत बड़ा टास्क है और सीएम योगी इस पर पूरी तरह खरे उतरे हैं।
पश्चिम बंगाल से संगम स्नान करने आए श्रद्धालुओं के दल ने कहा कि यहां आने से पूर्व कुछ शंकाएं थीं, मगर अब वास्तविकता को खुद अनुभूत करने का अवसर मिला। प्रशासनिक व्यवस्था उच्च स्तरीय है जिसके लिए सीएम योगी आदित्यनाथ बधाई के पात्र हैं। वहीं, एक अन्य स्नानार्थी ने कहा कि दावे किए जा रहे थे कि प्रयागराज में संगम स्नान करने के लिए 30-35 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ता है, मगर ऐसा बिलकुल नहीं है। उनके अनुसार, मुझे स्टेशन तक पहुंचने में कोई दिक्कत नहीं हुई। स्टेशन से साधन भी आराम से मिल गया और मात्र 3 किलोमीटर पैदल चलकर संगम में स्नान करने का अवसर भी मिल गया। यह सभी कुशल प्रबंधन और सीएम योगी के प्रयासों के कुशल क्रियान्वयन का ही नतीजा है। कुछ श्रद्धालुओं ने तो पूरी प्रक्रिया को यथावत बनाए रखने के लिए खुद ही जनता से अपील की कि सभी नियमों का पालन करें व पुलिस तथा प्रशासन का सहयोग करें।