पीटीआई, मुंबई। दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार पर एक बार फिर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने प्रतिक्रिया दी है। अन्ना हजारे ने कहा कि पहले तो अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में अच्छा काम कर रहे थे। लेकिन जब उन्होंने शराब की दुकानें खोलनी शुरू कीं तो उन्हें लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा। लोगों ने उनको सबक सिखाया है।
केजरीवाल अपने रास्ते से भटक गए
अन्ना हजारे ने कहा कि मुख्यमंत्री के तौर पर केजरीवाल को समाज के सामने एक उदाहरण पेश करना चाहिए था, लेकिन वह भटक गए। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल अच्छा काम कर रहे थे और तीन बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बने। मैंने उनके खिलाफ कुछ नहीं बोला क्योंकि वह अच्छा काम कर रहे थे। लेकिन फिर धीरे-धीरे उन्होंने शराब की दुकानें खोलनी और लाइसेंस जारी करना शुरू कर दिया। तब मैं परेशान हो गया।
उन्होंने कहा कि रेखा गुप्ता का मुख्यमंत्री बनना गर्व की बात है और लोगों ने उनके शुद्ध विचारों और कार्यों के कारण उन्हें वोट दिया। अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन को आम आदमी पार्टी के जन्म का श्रेय दिया जाता है।
आरोपों का सामना कर रहे मंत्रियों को इस्तीफा दे देना चाहिए
वहीं, अन्ना हजारे ने कहा कि आरोपों का सामना कर रहे महाराष्ट्र के मंत्रियों को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। विपक्षी दल राकांपा के मंत्रियों धनंजय मुंडे और माणिकराव कोकटे के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। बीड के परली से विधायक मुंडे विपक्ष और सत्तारूढ़ महायुति के कुछ सहयोगियों के निशाने पर हैं, क्योंकि उनके करीबी सहयोगी वाल्मीक कराड को जबरन वसूली के मामले में नौ दिसंबर को बीड के मसाजोग में सरपंच संतोष देशमुख के अपहरण और नृशंस हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है।
हजारे ने नाम लिए बिना कहा कि अगर किसी मंत्री पर आरोप लगे हैं, तो उनके लिए एक मिनट भी कैबिनेट में बने रहना अनुचित होगा। उन्हें तुरंत अपना इस्तीफा दे देना चाहिए।