नई दिल्ली। मौजूदा समय में वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक कोई नई बात नहीं है। कई बल्लेबाज ये काम कर चुके हैं। हालांकि, पहली बार ये काम किया था एक भारतीय बल्लेबाज ने। ये कोई और नहीं बल्कि क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर हैं जिन्होंने आज ही के दिन यानी 24 फरवरी 2010 को ग्वालियर के रूप सिंह स्टेडियम में शतक जमाया था।
सचिन ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ वो पारी खेली थी। सचिन की उस पारी की आज 15वीं एनिवर्सरी है। इस मौके पर सचिन ने ड्रेसिंग रूम में ही पैड पहने केक काटा। उस मैच में टीम इंडिया का हिस्सा रहे युवराज सिंह भी मौजूद रहे और उन्होंने सचिन की तारीफ भी की।
युवराज ने सचिन के लिए केक मंगवाया था और सचिन ने पैड पहनकर केक काटा। दरअसल, सचिन इस समय मुंबई में इंडिया मास्टर लीग में खेल रहे हैं। इंडिया मास्टर्स की टीम में उनके साथ युवराज हैं। सचिन जब बैटिंग करके वापस आए तो युवराज ने उनके लिए केक मंगवाकर रखा था। इसलिए सचिन ने पैड पहनकर ही केक काटा।
इस दौरान सचिन ने कहा, मैं उस दिन भी नाबाद था (दोहरा शतक लगाने वाले दिन) और आज भी पैड पहने हुए हूं।
युवराज ने कहा कि सचिन बहुत महान खिलाड़ी थे और रहेंगे, लेकिन इससे भी अच्छी बात है कि वह काफी विनम्र हैं और आज भी उनका व्यवहार ऐसा ही है। सभी को ये बात उनसे सीखनी चाहिए।
क्या हुआ था उस मैच में
भातर ने उस मैच में पहले बल्लेबाजी की थी और तीन विकेट खोकर 401 रन बनाए थे। सचिन ने इस मैच में नाबाद 200 रनों की पारी खेली थी। दिनेश कार्तिक ने 79 रन बनाए थे। अंत में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 35 गेंदों पर तेज तर्रार 68 रनों की पारी खेली थी जिसमें सात चौके और चार छक्के शामिल थे। धोनी जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहे थे उससे लग रहा था कि वह सचिन को दोहरा शतक नहीं बनाने देंगे। हालांकि सचिन ने ये काम कर लिया था।
साउथ अफ्रीका की टीम 42.5 ओवरों में 248 रनों पर ही ढेर हो गई थी। उसके लिए सबसे ज्यादा 114 रन एबी डिविलियर्स ने बनाए थे। कोई और अर्धशतक तक नहीं बना सका था।