नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर शेन वॉटसन में अब भी काफी दम है, जिसका नजारा क्रिकेट फैंस ने सोमवार को इंटरनेशनल मास्टर्स लीग में देखा। वॉटसन ने नवी मुंबई के डीवाय पाटिल स्टेडियम पर वेस्टइंडीज के गेंदबाजों की बखिया उधेड़ते हुए शतक जमाया और इतिहास रच दिया।
वॉटसन ने ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स के लिए ओपनिंग की और वेस्टइंडीज मास्टर्स के खिलाफ केवल 48 गेंदों में 9 चौके व आठ छक्के की मदद से शतक जमाया। वॉटसन इंटरनेशनल मास्टर्स लीग में शतक जमाने वाले पहले बल्लेबाज बने। उन्होंने पारी में 52 गेंदों में 9 चौके और इतने ही छक्के की मदद से 107 रन बनाए। एश्ले नर्स ने एलबीडब्ल्यू करके वॉटसन की पारी का अंत किया।
ऑस्ट्रेलिया ने बनाया विशाल स्कोर
बता दें कि इंटरनेशनल मास्टर्स लीग के दूसरे मैच में वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। हालांकि, वॉटसन ने वेस्टइंडीज के फैसले को पूरी तरह गलत साबित किया और मैदान के चारों कोनों में बाउंड्री जमाई। वॉटसन की पारी के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने निर्धारित 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 216 रन बनाए।
वॉटसन की पार्टनरशिप
याद दिला दें कि शेन वॉटसन ने बेन डंक (15) के साथ पहले विकेट के लिए 34 रन जोड़े। रवि रामपॉल ने डंक को स्मिथ के हाथों कैच आउट कराकर इस साझेदारी को तोड़ा। इसके बाद वॉटसन ने कैलम फर्ग्यूसन (13) के साथ दूसरे विकेट के लिए 83 रन की साझेदारी की और टीम को 100 रन के पार पहुंचाया। ड्वेन स्मिथ ने फर्ग्यूसन को नर्स के हाथों कैच आउट कराया।
यहां से वॉटसन को डेनियल क्रिश्चियन (32) का साथ मिला। दोनों ने तेजी से तीसरे विकेट के लिए 54 रन की साझेदारी की। क्रिश्चियन ने केवल 15 गेंदों में चार चौके और दो छक्के की मदद से 32 रन बनाए। जेरोम टेलर ने क्रिश्चियन को पवेलियन की राह दिखाई। जब शेन वॉटसन आउट हुए तब ऑस्ट्रेलियाई टीम 198/5 के स्कोर के साथ मजबूत स्थिति में थी।
वेस्टइंडीज की तरफ से एश्ले नर्स ने सबसे ज्यादा तीन विकेट चटकाए। जेरोम टेलर और रवि रामपॉल को दो-दो विकेट मिले। ड्वेन स्मिथ के खाते में एक विकेट आया।