कुम्भनगर (जितेंद्र शुक्ल)। सद्विप्र समाज सेवा ध्यान योग शिविर सेक्टर 6 महाकुंभ मेला 2025 पूज्य सदगुरुदेव जी महाराज ने अपने आशीर्वचन में बताया कि विषम परिस्थितियों को स्वीकार कर लेना मनुष्य को महान बनाता है और मनुष्य का जीवन सफल हो जाता है। जैसे मां गंगा जी के पृथ्वी पर लाने हेतु कितनी विषम परिस्थितियों का सामना भागीरथ को करना पड़ा फिर भी ध्यानस्थ रहे,और अंत में अपने पूर्वजों को उतारने हेतु मां गंगा को पृथ्वी पर लाने में सफल रहे। मनुष्य जीवन दुर्लभ है इसमें प्रत्येक स्थिति में संभव रहना चाहिए ।इस अवसर पर गुरुदेव ने विभिन्न उदाहरणों से जोड़ा ।
भगवान कृष्ण,सगर, भागीरथ के जीवन के विषम परिस्थितियों से संबंधित उदाहरणों से भी भक्तों को जोड़ा ,भगवान कृष्ण को योगीराज की संज्ञा देते हुए पूज्य गुरुदेव ने बताया कि इनके जीवन से संबंधित घटनाओं से हम लोगो को सिखना तथा आत्मसात करना चाहिए। मनुष्य जीवन दुर्लभ है और इस जीवन का सदुपयोग ध्यान, सेवा ,सुमिरन , सत्संग में लगाना चाहिए। गुरुदेव ने स्वर साधना, प्रेम साधना कुंडलिनी जागरण पर भी प्रकाश डाला ।इस शुभ अवसर पर उत्तर प्रदेश सद्विप्र समाज सेवा के प्रदेश अध्यक्ष वीरभद्र प्रताप का जन्म दिवस भी पूज्य गुरुदेव के सानिध्य में मनाया गया। इसके पूर्व प्रभाकर त्रिपाठी द्वारा जन्म जन्म का साथ है गुरुवर हमारा तुम्हारा पर भजन, वीरभद्र प्रताप द्वारा कुंभ मेला का अनुभव,एवं जनेश्वर आचार्य जनेश्वर स्वामी ने महाकुंभ 2025 की विशेषताओं पर भी प्रकाश डाला गया।प्रतिदिन पूज्य गुरुदेव के सानिध्य में आचार्य कुणाल स्वामी, आचार्य जनेश्वर स्वामी एवं विनोद नंद स्वामी का भी पूज्य गुरुदेव की लिखित किताबों पर व्याख्यान होता रहता है। दिव्य महाकुंभ मेले में पूज्य गुरुदेव कार्यक्रम का संयोजन मंजू रानी चौहान माननीय मूर्ति इलाहाबाद उच्च न्यायालय एवं सदस्य लोक सेवा आयोग डा.कल्पराज सिंह के निर्देशन में हो रहा है।