नई दिल्ली। सचिन बेबी की उम्र 36 हो चुकी है। उन्होंने अपनी कप्तानी में केरल को हाल ही में रणजी ट्रॉफी फाइनल में पहुंचाया, जहां उसे विदर्भ से शिकस्त मिली। इस मैच में सचिन बेबी ने 98 रन बनाए और जब तक वो क्रीज पर थे, तब तक केरल के चौंपियन बनने की उम्मीद जीवित थी।
हालांकि, केरल का पहली बार रणजी ट्रॉफी चौंपियन बनने का सपना अधूरा रह गया। मगर बेबी ने अपने प्रदर्शन से साबित किया कि खेल में उम्र महज आंकड़ा भर है। बढ़िया बात यह है कि सचिन बेबी की चार साल बाद आईपीएल में वापसी हो रही है। वह आईपीएल 2025 में सनराइजर्स हैदराबाद का प्रतिनिधित्व करेंगे। एसआरएच ने बेबी को उनकी बेस प्राइस 30 लाख रुपये में खरीदा।
बेबी का बड़ा बयान
सचिन बेबी ने उम्र को लेकर एक चौंकाने वाला बयान दिया है। बेबी का मानना है कि भारत में 30 की उम्र पार करना अपराध माना जाता है और खिलाड़ी जल्द ही संन्यास ले लेते हैं। बेबी ने इस मानसिकता की आलोचना की। उन्होंने ध्यान दिलाया कि ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसे देशों में कई क्रिकेटर्स 30 का होने के बाद पेशेवर क्रिकेट खेलना शुरू करते हैं।
36 साल के बल्लेबाज ने टीओआई से बातचीत में कहा, श्अगर आप फुटबॉल देखें, तो हम क्रिस्टियानो रोनाल्डो या लियोनेल मेसी को वेटरन (अनुभवी) नहीं कहते हैं। इसके बजाय उन्हें प्रोत्साहन के सूत्र के रूप में देखा जाता है। हालांकि, भारत में खिलाड़ियों को आसानी से अनुभवी बना दिया जाता है।श्
मैंने गलत उम्र बताईरू बेबी
सचिन बेबी ने खुलासा किया कि वो अपनी उम्र बताने में हिचकिचाते थे। उन्होंने कहा, श्मैं अपनी उम्र बताने में शर्माता था। अगर मैं 34 का था, तो 33 उम्र बताता था। मगर यह मानसिकता बदली जब देखा कि कैसे एमएस धोनी और 45 साल के टेनिस स्टार रोहन बोपन्ना खुद को लेकर चलते हैं। बोपन्ना का मानना है कि वो स्तर 45 पर हैं न कि उम्र 45 की है।
बेबी ने साथ ही कहा, श्रोहन बोपन्ना ने विश्व टेनिस में दबदबा कायम रखा और बढ़ती उम्र के बावजूद सफलता हासिल की। अब मैं गर्व से अपनी उम्र बताता हूं। अगर कोई युवा मुझे फिटनेस के मामले में पीछे छोड़ दे तो उनका मुझे अनुभवी कहने का स्वागत है। यह सब आत्म-विश्वास की बात है।श्
मुश्किल समय को पीछे छोड़ा
सचिन बेबी ने बताया कि आईपीएल से चार साल तक दूर रहने का समय बहुत मुश्किल था और वो वापसी करके खुश हैं। हैदराबाद के बल्लेबाज ने कहा, श्मैंने जो चीजें की, वो कोई और नहीं कर सकता। मैं सुबह 5 बजे ट्रेनिंग शुरू करता था और शाम 8 बजे तक जारी रखता था। मैंने ताकत और दौड़ सत्रों पर ध्यान लगाया। मैंने कड़ी मेहनत की। बड़ी पारी खेली और हमेशा विश्वास किया कि अपने आप को साबित करने के लिए एक अवसर की तलाश है। आईपीएल में वापसी हैरानीभरी नहीं।श्
कोहली-धोनी ने की मदद
सचिन बेबी ने विराट कोहली और एमएस धोनी को सही दिशा में मार्गदर्शन देने का श्रेय दिया। बेबी ने 2016, 2017 और 2021 आईपीएल में कोहली के साथ खेला।
36 साल के क्रिकेटर ने कहा, श्कोहली ने मुझे विश्वास दिलाया कि वर्क एथिक (कार्य नीती) सबकुछ है। आपको समझौते करने पड़ेंगे। इस प्रभाव के कारण मैंने तीन घंटे के बजाय पांच से छह घंटे का अभ्यास शुरू किया। वहीं, धोनी ने मुझे नतीजे के बजाय प्रक्रिया का पालन करने की सलाह दी। कई क्रिकेटर्स आईपीएल में आते हैं और प्रक्रिया को नजरअंदाज करके सफलता के पीछे दौड़ने लगते हैं। हालांकि, वाकई सफल होने के लिए आपको खुद को समर्पित करना होता है।