प्रयागराज (राजेश शुक्ल/राजेश सिंह)। मई के महीने में लोगों को अप्रत्याशित उमस और तापमान के उतार-चढ़ाव ने परेशान कर दिया है। सामान्यत: इस समय जहां भीषण गर्मी का दौर रहता है, वहीं इस बार मौसम ने जुलाई जैसी उमस का एहसास करा दिया है। लगातार बढ़ रही नमी और तापमान में उतार-चढ़ाव ने लोगों की दिनचर्या को प्रभावित कर दिया है।
अधिकतम तापमान 39.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। है, जबकि न्यूनतम तापमान 26.5 डिग्री सेल्सियस रहा। हालांकि गुरुवार को तापमान पांच डिग्री की गिरावट के साथ 35.8 डिग्री आ गया था पर यह फिर से शुक्रवार को यह चार डिग्री उछलकर फिर 39 डिग्री के करीब पहुंच गया। न्यूनतम तापमान भी 23.4 से बढ़कर 26.5 डिग्री पर आ गया।
उधर, आर्द्रता यानी नमी का स्तर भी 83 प्रतिशत तक पहुंच गया है, हवा नहीं चलने की वजह से लोगों को चिपचिपी गर्मी और उमस का सामना करना पड़ा।उमस भरी गर्मी से लोग परेशान रहे और पंखे और कूलर चलने के बावजूद राहत नहीं मिली।
मौसम विभाग की मानें तो 24 घंटे के दौरान विभिन्न स्थानों पर 4.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई, मगर इससे राहत कम और उमस ज्यादा बढ़ गई। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक बारिश और गरज-चमक के साथ तेज हवाओं की संभावना बनी हुई है।
23 मई से 29 मई तक लगभग हर दिन आंधी या बारिश की संभावना जताई गई है, लेकिन अभी तक उम्मीद के मुताबिक राहत नहीं मिल सकी है।मई का यह बदला-बदला रूप एक ओर जहां गर्मी से राहत का संकेत देता है, वहीं दूसरी ओर उमस और अस्थिर मौसम ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के जलवायुकी एवं समुद्र अध्ययन केंद्र के प्रमुख प्रो. सुनीत द्विवेदी कहते हैं कि प्रयागराज का मौसम कुछ अलग रूख दिखाता है। जब अन्य क्षेत्रों में बारिश हो रही होती है तब प्रयागराज में धूप खिली होती है। हालांकि यह स्थानीय भौगोलिक स्थितियों के कारण होता है। जिसमें मैदानी, रेतीले और पठार तीनों शामिल हैं।यह विशेषता प्रयागराज के मौसम को अबूझ बनाती है।